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इस हफ्ते सोशल मीडिया पर फेक-न्यूज और भ्रामक दावे शेयर होने का दावा नहीं थमा. कभी कन्नड़ फिल्म की शूटिंग को दलितों पर हो रहे अत्याचार का वीडियो बताकर शेयर किया गया तो कभी भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के बारे में भ्रामक दावे सोशल मीडिया पर शेयर किए गए. इस हफ्ते वायरल हुए ऐसे ही कुछ भ्रामक दावों का हमने फैक्ट-चेक किया है.
सोशल मीडिया यूजर्स ऐसे पोस्ट शेयर कर रहे हैं, जिसमें कथित तौर पर भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू (Jawaharlal Nehru) और उनकी पत्नी, कमला नेहरू (Kamla Nehru) की कहानी बताई गई है.
वायरल पोस्ट में क्या कहा गया है ? : इसमें कहा गया है कि कमला नेहरू ट्यूबरकुलोसिस (TB) से पीड़ित थीं, जिसकी वजह से पूर्व प्रधानमंत्री ने अपनी पत्नी को प्राग, यूगोस्लाविया (आज चेक रिपब्लिक) के एक अस्पताल में भर्ती कराया था.
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही कहानी फर्जी है. जवाहरलाल नेहरू ने पत्नी के अंतिम दिनों में उनके साथ काफी वक्त गुजारा, और कमला नेहरू स्विट्जरलैंड में अकेले दस साल नहीं रहीं.
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सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है, जिसमें पुलिस कुछ लोगों पर लाठीचार्ज करती दिख रही है. वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि ये वो दलित कार्यकर्ता हैं, जो सोशल मीडिया पर मनुवादियों को गाली देते हैं.
वायरल वीडियो असली घटना का नहीं बल्कि कन्नड़ फिल्म डेडली सोमा 2 की शूटिंग का है.
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सोशल मीडिया पर एक अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन का वीडियो शेयर किया जा रहा है जिसमें देखा जा सकता है कि स्टेशन पर ट्रेन हादसा हो रहा है और भगदड़ मच रही है.
दावा: इस पोस्ट को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि इसमें दिल्ली मेट्रो का हादसा दिखाया गया है जिसमें 5000 लोगों की मौत हो गई है.
यह वीडियो असली नहीं है बल्कि AI की मदद से बनाया गया है. दिल्ली मेट्रो में इस तरह का हादसा होने की कोई खबर नहीं है.
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कुछ दिनों पहले भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव शुरू हुआ और खत्म हो गया. इसको लेकर सोशल मीडिया पर अलग-अलग तरह के भ्रामक दावें और झूठीं खबरें सोशल मीडिया पर शेयर की गईं. इसी कड़ी में टेस्ला के मालिक और अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प के करीबी रहे एलन मस्क का एक बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
दावा: दावा किया जा रहा है कि एलोन मस्क ने कहा है कि, "भारत-पाकिस्तान के बीच सीज फायर एक भारतीय उद्योगपति के गिरफ्तारी वारंट रुकवाने के लिए भारत के प्रधानमंत्री के साथ किया गया समझौता था. "
यह दावा सही नहीं है. एलन मस्क ने प्रधानमंत्री मोदी या भारत-पाकिस्तान युद्ध विराम (Ceasefire) समझौते के बारे में ऐसी कोई टिप्पणी नहीं की है.
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सोशल मीडिया पर एक फोटो शेयर किया जा रहा है, जिसमें देखा जा सकता है कि इस्लामिक स्कूल या मदरसे जैसे दिखने वाली किसी जगह पर टीचर छात्रों को पढ़ा रहे हैं.
दावा: इस पोस्ट को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि तस्वीर में देखा जा सकता है कि एक मदरसे में छात्राओं को हिंदू-विरोधी बातें पढ़ाई जा रहीं हैं.
यह दावा सही नहीं है. यह फोटो असली नहीं है बल्कि तस्वीर को एडिट किया गया है.तस्वीर उस समय की है जब इस मदरसे में संस्कृत पढ़ाई जा रही थी.
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