advertisement
सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया जा रहा है जिसमें देखा जा सकता है कि कुछ लोग एक महिला के साथ मारपीट कर रहे हैं.
दावा: वीडियो के साथ शेयर हो रहा कैप्शन है, 'यह पाकिस्तान का वीडियो है और हिंदू धर्म की लड़की है इसकी बड़ी बहन को उठाकर जबरदस्ती निकाह कर लिया और छोटी बहन कोर्ट पहुंच गई, लेकिन कोर्ट में उसको घुसने ही नहीं दे रहे हैं.'
क्या यह दावा सही है ? नहीं, यह दावा सही नहीं है.
वीडियो के साथ शेयर किया जा रहा दावा भ्रामक है. यह घटना पाकिस्तान में हुई थी, लेकिन वीडियो में दिख रही महिला हिंदू नहीं है.
महिला का नाम अमरत शहजादी है और यह घटना 29 अक्टूबर की है, जब शकरगढ़ की एक स्थानीय अदालत के बाहर वकीलों के एक समूह और महिला के बीच झगड़ा हुआ था.
हमने सच का पता कैसे लगाया ? हमने वायरल वीडियो पर Google Lens की मदद से इमेज सर्च ऑप्शन का इस्तेमाल किया हमारी सर्च में हमें 31 अक्टूबर को Gulf News द्वारा छापी गई यह न्यूज रिपोर्ट मिली, जिसका टाइटल था, “पाकिस्तान में वकीलों द्वारा कोर्ट के बाहर महिला को लात मारने का वीडियो वायरल हुआ. ”
इस रिपोर्ट में वही वीडियो दिखाया गया है जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
31 अक्टूबर 2019 को छपे इस न्यूज रिपोर्ट में इस घटना के बारे में बताया गया है.
(फोटो सौजन्य: Gulf News /स्क्रीनग्रैब)
इस रिपोर्ट के मुताबिक यह घटना पाकिस्तान के शकरगढ़ में एक स्थानीय अदालत के बाहर हुई थी, जब वकीलों के एक समूह और वीडियो में दिख रही महिला के बीच झगड़ा हुआ था.
सुनवाई के लिए अदालत गई महिला की पहचान अमरत के रूप में हुई है, उसने दावा किया कि वकीलों ने उसके साथ दुर्व्यवहार किया, जबकि वकीलों ने आरोप लगाया कि अमरत ने उन पर हमला किया था.
रिपोर्ट में कहा गया है, "स्थानीय बार एसोसिएशन के अध्यक्ष नईम इकबाल ने आरोप लगाया कि अमरत ने यासिर खान का अपहरण करने का प्रयास किया था, जो आरोपी वकीलों में से एक है."
हमें 1 नवंबर को BBC Urdu के पत्रकार ताहिर इमरान मियां द्वारा शेयर की गई यह X पोस्ट भी मिली, जिसमें वीडियो में दिख रहे वकील की तस्वीर और मामले में दर्ज FIR की एक कॉपी थी.
FIR 29 अक्टूबर को दर्ज की गई थी और इसमें FIR दर्ज कराने वाले व्यक्ति की पहचान अमरत के चचेरे भाई समर जमाल के रूप में की गई है.
29 अक्टूबर को दर्ज FIR में पीड़िता का नाम अमरत शहजादी बताया गया है.
(फोटो सौजन्य: ट्विटर/स्क्रीनग्रैब)
हालांकि यह सच है कि यह घटना पाकिस्तान में हुई थी, लेकिन वीडियो में दिख रही महिला हिंदू नहीं है. यह दावा साम्प्रदायिक और भ्रामक है.
(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर 9540511818 या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं.)