कुछ दिनों पहले भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव शुरू हुआ और खत्म हो गया. इसको लेकर सोशल मीडिया पर अलग-अलग तरह के भ्रामक दावें और झूठीं खबरें सोशल मीडिया पर शेयर की गईं. इसी कड़ी में टेस्ला के मालिक और अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प के करीबी रहे एलन मस्क का एक बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
दावा: दावा किया जा रहा है कि एलोन मस्क ने कहा है कि, "भारत-पाकिस्तान के बीच सीज फायर एक भारतीय उद्योगपति के गिरफ्तारी वारंट रुकवाने के लिए भारत के प्रधानमंत्री के साथ किया गया समझौता था. "
क्या यह दावा सही है ? नहीं, यह दावा सही नहीं है.
एलन मस्क ने प्रधानमंत्री मोदी या भारत-पाकिस्तान युद्ध विराम (Ceasefire) समझौते के बारे में ऐसी कोई टिप्पणी नहीं की है.
इस दावे का समर्थन करने के लिए कोई विश्वसनीय सबूत या न्यूज रिपोर्ट नहीं है.
हमने सच का पता कैसे लगाया ? वायरल दावे की जांच की पड़ताल करने के लिए हमने इससे संबंधित कीवर्ड इंटरनेट पर सर्च किए.
लेकिन हमें इसका समर्थन करने वाली कोई विश्वसनीय रिपोर्ट नहीं मिली.
जाहिर है कि अगर एलन मस्क ने वाकई प्रधानमंत्री मोदी और मई 2025 में ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान के साथ भारत के युद्धविराम समझौते के बारे में यह टिपण्णी की होती तो राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मीडिया दोनों ने इस पर रिपोर्ट जरूर की होती.
इसके बाद हमने एलन मस्क के आधिकारिक एक्स (पूर्व में ट्विटर) हैंडल की भी जांच की लेकिन हमें वायरल दावे का समर्थन करने वाला उनका ऐसा कोई पोस्ट नहीं मिला.
हालांकि हमें 10 मई 2025 को भारत-पाकिस्तान युद्ध विराम के बारे में अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो के एक ट्वीट के जवाब में एलन मस्क का जवाब नजर आया जिसमें उन्होंने सिर्फ "बधाई हो" लिखा था.
अपने पोस्ट में मार्को रुबियो ने बताया था कि उन्होंने और उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने भारत और पाकिस्तान दोनों के वरिष्ठ नेताओं और सैन्य अधिकारियों के साथ युद्ध विराम पर चर्चा की थी.
इस दावे का समर्थन करने के लिए कोई विश्वसनीय सबूत या न्यूज रिपोर्ट नहीं है कि एलन मस्क ने कहा है कि भारतीय प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय उद्योगपति गौतम अडानी की गिरफ्तारी को रोकने के लिए 2025 के भारत-पाकिस्तान युद्धविराम समझौते पर सहमति जताई थी.
भारत-पाकिस्तान युद्धविराम: अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप कई बार यह बयान दे चुके हैं कि उन्होंने भारत-पाकिस्तान के बीच छिड़ा तनाव खत्म कर युद्धविराम करवा दिया था. वह कहते हैं कि उन्होंने दोनों देशों के नेताओं को ट्रेड (बिजनेस) का वादा कर यह युद्ध रुकवा दिया था.
लेकिन भारत के विदेश मंत्रालय (MEA) ने इस बात को सिरे से खारिज कर दिया है कि हाल ही में हुए युद्ध विराम में अमेरिका ने निर्णायक भूमिका निभाई थी. विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि यह भारत की सैन्य प्रतिक्रिया ने ही इस्लामाबाद को स्वतंत्र रूप से युद्धविराम करने के लिए मजबूर किया था.
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