ढाई साल जेल में बिताने वाले दिल्ली के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री और आम आदमी पार्टी के नेता सत्येन्द्र जैन शकूर बस्ती विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में हैं. द क्विंट के शादाब मोइज़ी के साथ एक खास इंटरव्यू में, सत्येंद्र जैन ने मोहल्ला क्लीनिक को लेकर आम आदमी पार्टी के पुराने वादे से लेकर यमुना नदी में बढ़ती गंदगी के आरोपों पर अपनी बात रखी.
उन्होंने कहा, ''2.5 साल तक बीजेपी नेताओं ने काम नहीं किया बल्कि ज्यादा मुझे ही प्रमोट किया. वे कहते रहे, 'कोई फंड नहीं है, कोई पैसा नहीं है.' जब मैं लौटा, तो मैंने तुरंत कई परियोजनाओं को मंजूरी दे दी. जनता अब जानती है कि कोई और काम नहीं करवा सकता, सिर्फ आम आदमी पार्टी की सरकार ही काम करा सकती है.''
1000 मोहल्ला क्लीनिक के वादे का क्या हुआ?
साल 2015 में जब दूसरी बार दिल्ली में आम आदमी पार्टी चुनावी मैदान में थी तब उन्होंने वादा किया था कि दिल्ली में 1000 मोहल्ला क्लीनिक बनाएंगे, हालांकि 10 साल बाद भी ये वादे पूरे नहीं हुए. बता दें कि अबतक दिल्ली में 546 मोहल्ला क्लीनिक ही बने हैं.
AAP के स्वास्थ्य सेवा मॉडल का बचाव करते हुए, जैन ने मोहल्ला क्लीनिकों के वादे को लेकर कहा, “मैं जेल में था, शायद इसीलिए गति धीमी हो गई. लेकिन 1.5 करोड़ लोगों को फायदा हुआ है. यह कोई छोटी संख्या नहीं है.''
दिल्ली में आम आदमी पार्टी ने दोबारा सरकार बनाने पर मंदिरों के पुजारियों और गुरुद्वारों के ग्रंथियों को 18 हजार रुपए प्रति माह की सम्मान राशि देने का ऐलान किया है. इसी ऐलान के बाद सत्येंद्र जैन के खिलाफ बीजेपी के तरफ से चुनाव लड़ रहे करनैल सिंह ने आम आदमी पार्टी को 'चुनावी हिंदू' कहा.
जब हमने इसपर सत्येंद्र जैन से सवाल किया तो उन्होंने बीजेपी के चुनावी अभियान में धार्मिक छवि का उपयोग को लेकर सवाल उठाए. उन्होंने कहा, “बीजेपी के अपने उम्मीदवार के नाम के आगे भगवान श्री राम की मूर्ती की तस्वीर लगाई है. साथ में पोस्टर पर जय श्रीराम लिखा है. क्या संविधान भगवान के नाम पर वोट मांगने की इजाजत देता है?”
बता दें कि दिल्ली में 5 फरवरी को विधानसभा के लिए वोटिंग होनी है, सत्यैंद्र जैन चौथी बार चुनाव लड़ रहे हैं और वो अबतक शकूर बस्ती सीट से चुनाव नहीं हारे हैं.