"फिटजी ने हमारे बच्चे का करियर बर्बाद कर दिया. अब भले ही फिर से नोएडा सेंटर खुल रहा है लेकिन अब हम अपने बच्चे को यहां नहीं भेजेंगे. हमें फिर से धोखा नहीं खाना. हमारा पैसा वापस कर दें बस."
ये दर्द महेश पालीवाल का है. ये उन परिजनों में से एक हैं जिनके बच्चे को फिटजी से धोखा मिला है. बच्चा नोएडा सेक्टर 62 स्थित फिटजी सेंटर में पढ़ता था लेकिन रातों-रात सेंटर बंद हो गया. अब विवाद ने फिर से तूल पकड़ लिया है क्योंकि नोएडा स्थित एक सेंटर को फिर से खोला गया है.
फिटजी ने 3 महीने पहले दिल्ली-एनसीआर के लगभर सभी सेंटर अचानक बंद कर दिए थे. फीस वापसी का वादा किया, लेकिन अभी तक किसी परिजन को फीस नहीं मिली. अब करीब 100 से ज्यादा परिजनों ने नोएडा सेंटर पर पहुंच विरोध जताया. उनका सवाल था कि फीस वापसी, FIR में दर्ज आरोपों सहित तमाम मुद्दों को बिना हल किए सेंटर क्यों खोला गया? द क्विंट ग्राउंड पर पहुंचा और परिजनों सहित सेंटर हेड और पुलिस से बात की.
"FIITJEE 2.0" नाम से सेंटर शुरू, परिजनों को ठगे जाने का डर
नोएडा में "FIITJEE 2.0" नाम से सेंटर की शुरुआत की गई है. जिसके बाद इसी सेंटर पर पढ़ने वाले पूर्व छात्रों के परिजन वहां पहुंचे और सेंटर खोलने पर आपत्ति जताई.
13 अप्रैल को परिजनों ने नोएडा सेक्टर 62 के सेंटर पर करीब 3 घंटे तक विरोध प्रदर्शन किया. सेंटर हेड के केबिन में बैठे रहे. तब FIITJEE सेंटर हेड मोहित राजपूत ने भरोसा दिलाया कि जल्द ही पैसे वापस किए जाएंगे. जिन बच्चों को वापस एडमिशन लेना है वह ले सकते हैं. हालांकि परिजनों ने कहा कि उन्हें जल्द से जल्द पूरी फीस वापस चाहिए.
FIITJEE के खिलाफ 3 महीने पहले FIR दर्ज कराने वाले और परिजन सत्संग कुमार भी 13 अप्रैल के विरोध प्रदर्शन में पहुंचे थे. उन्होंने द क्विंट को बताया,
"21 जनवरी को अचानक सेंटर बंद कर दिया गया. अब हमें लंबा-चौड़ा मेल भेजा गया है जिसमें क्लास फिर से शुरू करने की बात कही गई. लेकिन हमारे साथ पहले जो हुआ, उसे लेकर हमने फिटजी को इतने मेल किए पर उसका कोई जवाब नहीं आया. अब कैसे यकीन करें कि दोबारा ऐसा नहीं होगा."सत्संग कुमार, शिकायतकर्ता
"अब तक फीस वापस नहीं की गई तो सेंटर कैसे खोला?"
एक अन्य अभिभावक नीरज सिंह फिटजी से सवाल करते हैं, "जब फिटजी पहले से नामांकित छात्रों और उनके अभिभावकों को अब तक रिफंड नहीं दिया तो नए एडमिशन कैसे शुरू कर सकता है?"
नीरज आगे कहते हैं, "हम लोग कब तक इंतजार करते. हमने अपने बच्चों का एडमिशन दूसरी जगह करा दिया. अब फिटजी नई फ्रेंचाइजी के जरिए कोचिंग सेंटर खोलकर नए छात्रों और अभिभावकों को फिर से ठगने की कोशिश कर रहा है. हम अपने बच्चों को फिर से जोखिम में नहीं डाल सकते. कोई निश्चितता नहीं है कि वे सेंटर को सुचारू रूप से चलाएंगे."
"हमें तो फीस के पूरे पैसे वापस चाहिए"
सपना सिन्हा ने बताया, "मैंने अपने दो बच्चों का फिटजी में एडमिशन कराया था. दोनों की चार-चार साल की लाखों रुपये की फीस जमा की थी. बिना किसी कम्यूनिकेशन के फिटजी ने अचानक कोचिंग सेंटर बंद कर दिया. इन्होंने हमारे बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया. अब मुझे अपने पैसे रिफंड चाहिए."
प्रदर्शन कर रहे एक अन्य अभिभावक संजय पांडे ने कहा कि उन्होंने अपने बेटे का दाखिला 4.24 लाख रुपये के चार वर्षीय कार्यक्रम में कराया था और सेंटर बंद होने से पहले ही 3.37 लाख रुपये का भुगतान कर दिया था. उन्होंने कहा, "कई महीनों की अनिश्चितता के बाद मुझे अपने बेटे का भविष्य दूसरे संस्थान में सुरक्षित करने के लिए फिर से भुगतान करना पड़ा. अब FIITJEE हमें वापस आने के लिए कह रहा है?"
सेंटर खुलने पर FIITJEE ने परिजनों को मेल भेजा
FIITJEE ने 9 और 12 अप्रैल को अभिभावकों को मेल भेजा. मेल में 22 से 26 अप्रैल के बीच ऑनलाइन कक्षाएं फिर से शुरू करने की घोषणा की गई और कहा गया कि पहले की स्थिति को दोहराने से रोकने के लिए उपाय किए जा रहे हैं. मेल में लिखा था,
"हमें खुशी है कि नोएडा सेंटर में हमने अनुभवी और परिणाम देने वाली नई फैकल्टी टीम तैयार की है. साथ ही, पूर्व प्रबंध भागीदार श्री रमेश बटलिश की गलतियों को दोहराने से रोकने के लिए कानूनी प्रणाली लागू की गई है. हम एक भी छात्र या अभिभावक को एक पल के लिए भी पीड़ित नहीं देख सकते. हम छात्रों और अभिभावकों को सर्वश्रेष्ठ सेवाएं देने के लिए प्रतिबद्ध हैं."
फीस वापसी के सवाल पर फिटजी ने क्या कहा?
जनवरी में विवाद बढ़ने पर FIITJEE ने कहा था कि उसने अपने किसी भी सेंटर को बंद नहीं किया है, बल्कि कुछ सेंटरों के प्रबंधक पूरी टीम के साथ अचानक रातोंरात भाग गए हैं. संस्थान में वर्तमान उथल-पुथल अस्थायी है. कंपनी के अधिकारी उचित समय के भीतर सभी जगहों पर संचालन फिर से शुरू करने के लिए काम कर रहे हैं. फिटजी का दावा था कि यह पूरा मामला एक साजिश है जो उनके प्रतिद्वंद्वियों द्वारा रची गई है.
FIITJEE नोएडा, अब फ्रैंचाइजी-आधारित मॉडल के तहत शुरू किया गया है. नोएडा सेंटर के नए हेड, मोहित राजपूत ने बताया कि सेंटर ने अपनी फिजिकल क्लासेस दोबारा शुरू कर दी हैं और छात्रों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. "हमने सफाई के साथ 5 अप्रैल से सेंटर को फिर से चालू किया. 12 अप्रैल से नियमित रूप से क्लासेस चल रही हैं और लगभग 150 से अधिक छात्र यहां पढ़ाई कर रहे हैं," उन्होंने कहा.
"हमने पेरेंट्स के साथ संवाद स्थापित किया, उनकी चिंताओं को सुना और उन्हें हल करने का प्रयास किया. हमारा उद्देश्य छात्रों को सर्वोत्तम शिक्षा प्रदान करना है. परिजनों में विश्वास बहाल करने के प्रयास जारी हैं. हम अभिभावकों द्वारा अन्य संस्थानों को दी गई राशि को बकाया शुल्क में एडजेस्ट करके उसकी भरपाई करेंगे."मोहित राजपूत, नोएडा सेंटर हेड, FIITJEE
रिफंड के मुद्दे पर मोहित राजपूत ने द क्विंट को बताया, "जिन परिजनों को रिफंड चाहिए, उन्होंने लिखित आवेदन दिया है. हमारी मैनेजमेंट टीम इस पर काम कर रही है, जल्द ही पेरेंट्स से एक मीटिंग करेगी और सभी वैध मामलों में रिफंड प्रक्रिया पूरी की जाएगी."
FIITJEE के खिलाफ दर्ज पुरानी FIR का क्या हुआ?
23 जनवरी को, नोएडा पुलिस ने 250 से अधिक अभिभावकों की शिकायतों के बाद आपराधिक साजिश और विश्वासघात के आरोपों के तहत संस्थापक दिनेश कुमार गोयल सहित FIITJEE नोएडा केंद्र के अधिकारियों के खिलाफ सेक्टर 58 पुलिस स्टेशन में एक प्राथमिकी दर्ज की थी.
फरवरी में, नोएडा पुलिस ने FIITJEE कोचिंग संस्थान के संस्थापक दिनेश गोयल से जुड़े 12 बैंक खातों से 11.11 करोड़ रुपये फ्रीज किए। अब यह मामला क्राइम ब्रांच को सौंप दिया गया है.
डीसीपी सेंट्रल नोएडा शक्ति मोहन अवस्थी ने द क्विंट को बताया, "इस मामले में फिटजी से जुड़े कई अकाउंट्स को फ्रीज किया गया है और मामले में आगे जांच की जा रही है."