जोहरान मामदानी हाल में अमेरिका के न्यूयॉर्क में मेयर का चुनाव जीत गए हैं. इसी बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक शख्स भाषण देता दिख रहा है.
क्या कहता है यह शख्स ? वायरल वीडियो में नजर आ रहा शख्स कहता दिख रहा है कि, 'हमें अंग्रेजी की जरुरत नहीं है, हम मिडिल ईस्ट से आए हुए लोग अरबी को न्यूयॉर्क की आधिकारिक भाषा बना देंगे.'
वीडियो को जोहरान मामदानी के चुनाव जीतने के बाद हुए प्रदर्शन का बताकर शेयर किया जा रहा है.
क्या यह दावा सही है ? नहीं, यह दावा सही नहीं है. यह वीडियो असली नहीं बल्कि इसे AI की मदद से बनाया गया है.
हमने सच का पता कैसे लगाया ? : वायरल वीडियो पर गूगल लेंस की मदद से इमेज सर्च करने पर हमें ऐसी कोई विश्वसनीय पोस्ट या रिपोर्ट नहीं मिली जिसमें ऐसा किसी प्रदर्शन होने की पुष्टि की गई हो.
हमें वीडियो में नजर आ रहे कुछ लोगों के चेहरे और हाव-भाव पर शक हुआ जिसमें कुछ गड़बड़ लग रही थी. ऐसा अक्सर AI से बने वीडियो में होता है.
यहां से अंदाजा लगाकर हमने विजुअल्स को DAU (Deep Analysis Unit) पर अपलोड कर चेक किया.
एक अन्य टूल HiveModeration ने भी इस वीडियो में Deepfake का इस्तेमाल कर बनाए गए लोगों की भी पहचान कर ली जिससे यह साफ हुआ कि वीडियो में AI की पूरी मदद ली गई है.
वायरल वीडियो को ध्यान से देखने पर आप देख सकते हैं कि बैकग्राउंड में एक तख्ती पकड़े हुए दो हाथ (फ्रेम के दाईं ओर) पूरे वीडियो में गड़बड़ होते रहते हैं.
माइक थामे व्यक्ति के दांत एक हल्के सफेद रंग के धब्बे में बदल जाते हैं.
और इस वायरल वीडियो में फिलिस्तीनी झंडे का आकार गलत होता है.
निष्कर्ष: जोहरान मामदानी के चुनाव जीतने के बाद अरबी को न्यूयोर्क की आधिकारिक भाषा बनाने की मांग के लिए प्रदर्शन का यह वीडियो असली नहीं AI से बना है.
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