सोशल मीडिया पर राहुल गांधी (Rahul Gandhi) का एक वीडियो वायरल है. इस वीडियो में राहुल कहते दिख रहे हैं ''तेलंगाना में जो भी कॉन्ट्रेक्ट सरकार देती है, सारे के सारे कॉन्ट्रेक्ट्स 5% लोगों को मिलते हैं. उसमें न कोई दलित है, न आदिवासी है, न कोई पिछड़े वर्ग का व्यक्ति है. ये सच्चाई है.''
दावा : इस वीडियो क्लिप को शेयर कर ये दावा किया जा रहा है कि राहुल गांधी कांग्रेस शासित राज्य पर ही जातिवाद का आरोप लगा रहे हैं.
बीजेपी मध्यप्रदेश के ऑफिशियल X (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट से वीडियो को शेयर किया गया.
क्या ये दावा सच है ? : राहुल गांधी के भाषण का अधूरा हिस्सा, अधूरे संदर्भ के साथ शेयर किया जा रहा है. वायरल वीडियो मध्यप्रदेश के भोपाल का है, जहां राहुल गांधी कांग्रेस संगठन से जुड़े एक कार्यक्रम को संबोधित करने गए थे.
इस दौरान राहुल गांधी ने जाति जनगणना के मुद्दे पर भी बात की. उन्होंने दावा किया कि केंद्र की बीजेपी सरकार ने जाति जनगणना कराने का फैसला विपक्ष के दबाव में आकर किया है.
भाषण में आगे राहुल गांधी ने राज्यों द्वारा की गई जाति जनगणना करने के तरीकों में खामियां गिनाईं. राहुल ने दावा किया कि तेलंगाना में जाति जनगणना पारदर्शी तरीके से की गई, जबकि बाकी राज्यों में नहीं.
आगे राहुल ने बताया कि तेलंगाना में हुए जाति जनगणना सर्वे में चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए. पता चला कि सरकारी ठेके मिलने में पिछड़ों का प्रतिनिधित्व नहीं है. भाषण के इसी हिस्से को इस दावे से शेयर किया जा रहा है कि राहुल ने तेलंगाना सरकार की आलोचना की.
हमने ये सच कैसे पता लगाया ? : हमने वायरल क्लिप के पूरे संदर्भ को समझने के लिए राहुल का पूरा भाषण सुना. ये भाषण राहुल गांधी के ऑफिशियल यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया गया था. जातिगत जनगणना पर बात करते हुए 06:00 मिनट पर राहुल कहते हैं.
''जैसे इन्होंने महिला आरक्षण वाला काम किया गया था, वो 10 साल बाद वाला. यहां भी वही कोशिश है इनकी. ये करना नहीं चाहते हैं, ये दबाव में आकर बोल गए हैं. मगर ये करना नहीं चाहते. क्योंकि ये इस देश में न्याय नहीं चाहते. ये अंबानी - अडानी वाला देश चाहते हैं, समाजिक न्याय वाला देश नहीं चाहते.''
आगे राहुल गांधी जाति जनगणना करने के तरीके पर बात करते हैं. 06:43 मिनट पर कहते हैं,
2 मॉडल हैं जाति जनगणना के. एक तेलंगाना का मॉडल और एक बिहार का मॉडल. तेलंगाना में जाति जनगणना कैसे हुई मैं आपको बताना चाहता हूं. बिहार में बंद कमरे में सवाल चुने गए. अधिकारियों ने सवाल चुने, बिना किसी से पूछे, बिना जनता से बात किए, बिना दलितों से पूछे, बिना पिछड़़ों से पूछे, बिना जनरल कास्ट से पूछे, बिना माइनॉरिटी से पूछे. बंद कमरे में 3-4 सवाल लिखे, जाति जनगणना कर दी. तेलंगाना में हमने लाखों लोगों से सवाल पूछे. दलितों के संगठनों से, आदिवासियों के संगठनों से. हमने पूछा कि हम जाति जनगणना करने जा रहे हैं, आप इस सर्वे में कौनसे कौनसे सवाल चाहते हो ? 3.5 लाख लोगों ने हमारी प्रोसेस में एक साथ सवाल निकाले.राहुल गांधी
अब राहुल गांधी अपने भाषण में तेलंगाना में आए जाति जनगणना के नतीजों की बात करते हैं. यही हिस्सा सोशल मीडिया पर वायरल है. 08:20 मिनट पर राहुल ने कहा,
तेलंगाना में हर व्यक्ति हर परिवार के घर में सरकार के ऑफिसर्स गए और उन्होंने उनसे सवाल पूछे. नतीजा में आपको बताना चाहता हूं. तेलंगाना का जो प्राइवेट सेक्टर है, वहां के सीनियर मैनेजमेंट की लिस्ट में आपको एक भी दलित, आदिवासी या पिछड़े समाज का व्यक्ति नहीं मिलेगा. तेलंगाना में जो भी कॉन्ट्रेक्ट सरकार देती है, सारे के सारे कॉन्ट्रेक्ट 5% लोगों को मिलते हैं. उसमें न कोई दलित है, न आदिवासी है, न पिछड़े वर्ग का व्यक्ति है.राहुल गांधी
राहुल ने आगे भी भाषण में इस बात पर जोर दिया कि उच्च पदों पर पिछड़े तबके से आने वाले लोगों का प्रतिनिधित्व होना चाहिए.
निष्कर्ष : राहुल गांधी के भाषण का अधूरा हिस्सा, अधूरे संदर्भ के साथ शेयर किया जा रहा है.
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