क्या आप एंटरटेनमेंट करते हुए तुरंत पैसा कमा सकते हैं? यह सुनने में आकर्षक लगता है, और साइबर अपराधी बखूबी जानते हैं कि अपने अगले शिकार को कैसे फंसाना है. हालांकि भारत में ऑनलाइन गेमिंग बिल 2025 को सरकार की मंजूरी मिलने के बाद से असली पैसे वाला गेमिंग इंडस्ट्री सुर्खियों में है, फिर भी स्कैमर्स फर्जी ऐप्स की मदद से अपने वित्तीय जाल बिछाते रहते हैं.
शुरुआती जीत और आपकी स्क्रीन पर आकर्षक नंबर काफी आकर्षक हो सकती हैं, और एक बार जब आप इनके आदी हो जाते हैं, तो आपकी बचत के पैसे आसानी से निशाना बन जाते है.
हम नकली गेमिंग ऐप्स या अन्य ऑनलाइन प्लेटफॉर्म की मदद से आसानी से पैसा कमाने वाले स्कैम का विश्लेषण कर रहे हैं ताकि आप सतर्क रहें और अपनी बचत सुरक्षित रख सकें.
स्कैम करने का तरीका:
लुभाने वाला प्रलोभन: आपको कोई विज्ञापन या ऑनलाइन पोस्ट दिखाई देती है जो किसी ऐप के जरिए गेम खेलकर तुरंत कमाई का वादा करती है. या आपको किसी ऐसे WhatsApp ग्रुप में जोड़ दिया जाता है जिसमें ऐसे लोगों के फर्जी प्रशंसापत्र होते हैं जो दावा करते हैं कि उन्होंने उस प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करके कम समय में बड़ी रकम जीती है.
छोटी जीत: आप ऐप डाउनलोड करते हैं और एक अकाउंट बनाते हैं. लॉग इन करने के बाद, आपको एक छोटी सी राशि जमा करने और खेलना शुरू करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है. शुरुआत में स्कैमर्स आपको आपके निवेश पर एक छोटा सा मुनाफा कमाने का मौका देते हैं, जो आपके बैंक खाते में ट्रांसफर होने की संभावना है. इससे पीड़ित का प्लेटफॉर्म की वैधता पर भरोसा भी बढ़ता है.
ज्यादा पैसा, ज्यादा मुनाफा: स्कैमर्स फिर आपको ज्यादा रिटर्न के लिए ज्यादा पैसा निवेश करने के लिए फुसलाते हैं और बोनस या स्पेशल डील भी दे सकते हैं. वे ज्यादा लोगों को ऐप से जोड़ने के लिए रेफरल पॉइंट भी दे सकते हैं.
नुकसान और ब्लॉक: जब आप ज्यादा रकम ट्रांसफर कर देते हैं तो स्कैमर्स उसे हड़प लेते हैं, और फिर आपको ब्लॉक करके गायब हो जाते हैं. एक रिपोर्ट किए गए मामले में, पीड़ित को भरोसा दिलाया गया था कि शुरुआत में पैसा गवांना सामान्य बात है और अगर वे ज्यादा निवेश करेंगे तो ज्यादा पैसा वापस जीत जाएंगे. पीड़ित ने उनकी सलाह मान ली और जल्द ही एक और बड़ी रकम गवां दी.
खतरे की घंटी
ऐसे प्लेटफॉर्म जो आपके निवेश पर तेज और गारंटीकृत रिटर्न का वादा करते हैं. अगर आपको इसमें कुछ गड़बड़ लगती है तो आप शायद सही है.
ऐसे संदिग्ध प्लेटफॉर्म जो अपने डेवलपर्स की सूची नहीं देते और जिनकी सोशल मीडिया पर मौजूदगी, कांटेक्ट डिटेल या आधिकारिक वेबसाइट नहीं होती है.
सबूत इकट्ठा करें: अगर आपने किसी संदिग्ध ऐप में पैसे ट्रांसफर किए हैं, तो लेन-देन, चैट (अगर कोई हो) और प्लेटफॉर्म के स्क्रीनशॉट लें, जिससे अधिकारियों को जांच में मदद मिल सकती है.
सूचित करें: किसी भी फंड ट्रांसफर को रोकने और अपने खाते को सुरक्षित करने के लिए तुरंत अपने बैंक को सूचित करें.
ऐप डिलीट करें: नकली ऐप को हटा दें, क्योंकि यह मैलवेयर हो सकता है, और अपने ईमेल, बैंक और आपके द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले अन्य खातों के पासवर्ड अपडेट करें.
रिपोर्ट करें: घटना की सूचना जल्द से जल्द किसी सरकारी पोर्टल, जैसे कि चक्षु (https://sancharsaathi.gov.in/sfc/) या राष्ट्रीय साइबर अपराध हेल्पलाइन 1930 पर दें. आप स्थानीय पुलिस स्टेशन में भी शिकायत दर्ज करा सकते हैं.
शेयर करें: अपने सर्कल और समुदायों को इस घोटाले के बारे में सूचित करें और उन्हें ऐसे किसी भी ऑफर से सावधान रहने के लिए कहें.
(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर 9540511818 या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं.)