क्या यह दावा सही है ? नहीं, यह दावा सही नहीं है.
यह तस्वीरें असली नहीं है बल्कि AI की मदद से बनाई गयीं हैं.
हमने सच का पता कैसे लगाया ? हमने वायरल तस्वीरों पर Google Lens की मदद से इमेज सर्च ऑप्शन का इस्तेमाल किया और इससे सम्बंधित कीवर्ड्स इंटरनेट पर सर्च किए.
हमारी सर्च में हमें इससे सम्बंधित ऐसी कोई विश्वसनीय न्यूज रिपोर्ट, आधिकारिक पोस्ट, प्रेस नोट या कोई औपचारिक सूचना नहीं मिली जो वायरल दावे की पुष्टि करती हो.
इसके बाद हमने इस तस्वीर को AI से बनी तस्वीरें की पहचान करने वाले टूल Hive Moderation पर अपलोड किया. जहां इस तस्वीर के 75.6 प्रतिशत AI से बने होने की संभावना जताई गई.
AI OR NOT पर भी इस तस्वीर को AI की मदद से बनाया हुआ बताया गया है.
निष्कर्ष: ट्रेन के इंजन पर AI की मदद से बनाई गईं राम की तस्वीरों को असली बताकर सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है.
(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर 9540511818 या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं.)