सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया जा रहा है जिसमें रैली में आई भारी भीड़ दिख रही है.
दावा: वीडियो शेयर कर यह दावा किया जा रहा है कि ये राहुल गांधी की बिहार में चल रही 'मतदाता अधिकार यात्रा' की है.
क्या यह दावा सही है ? नहीं, यह दावा सही नहीं है.
यह वीडियो राहुल गांधी की 'मतदाता अधिकार यात्रा' का नहीं बल्कि जगन्नाथ यात्रा का है.
हमने सच का पता कैसे लगाया ? हमने वायरल वीडियो पर Google Lens की मदद से इमेज सर्च ऑप्शन का इस्तेमाल किया. हमें कई पोस्ट (यहां, यहां और यहां ) मिले, जहां इसे जून 2025 में अपलोड किया गया था.
यहां से अंदाजा लगाकर हमने दावे से जुड़े कीवर्ड्स इंटरनेट पर सर्च किए, जिसमें हमें Aarambh Tv नाम के यूट्यूब चैनल पर यही वीडियो मिला.
इस वीडियो की डिटेल में इसे भगवान जगन्नाथ की भव्य रथ यात्रा बताया गया था.
इस वीडियो की लोकेशन की पड़ताल के लिए हमने जगन्नाथ पुरी की आधिकारिक वेबसाइट पर मौजूद तस्वीरों और वायरल वीडियो में नजर आ रही इमारतों को आपस में मिलाया और पाया की यह लोकेशन एक ही थी.
यह सभी वीडियो जून 2025 से इंटरनेट पर मौजूद हैं, जबकि राहुल गांधी की 'मतदाता अधिकार यात्रा' की शुरुआत 17 अगस्त 2025 से हुई है.
जाहिर है कि यह वीडियो राहुल गांधी की बिहार में जारी यात्रा से पहले से इंटरनेट पर मौजूद है.
राहुल गांधी की यात्रा: 17 अगस्त 2025 को नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने बिहार के सासाराम में 'मतदाता अधिकार यात्रा' की शुरुआत की है. यह 16 दिनों की यात्रा है जो राज्य के 20 से ज्यादा जिलों में 1,300 किलोमीटर से ज्यादा की दूरी तय करेगी. यह यात्रा कांग्रेस द्वारा चुनाव आयोग पर "वोट चोरी" के आरोपों और बिहार में चुनाव आयोग के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के INDIA ब्लॉक के विरोध में शुरू की गई है. यह अभियान 1 सितंबर 2025 को पटना के गांधी मैदान में एक रैली के साथ खत्म होगा.
निष्कर्ष: ओडिशा के पूरी में निकलने वाली जगन्नाथ रथ यात्रा के वीडियो को राहुल गांधी की बिहार में निकल रही 'मतदाता अधिकार यात्रा' का बताकर भ्रामक दावों के साथ शेयर किया जा रहा है.