सोशल मीडिया पर एक ग्राफिक वायरल हो रहा है, जिसमें लिखा है कि, 'बुर्ज खलीफा के नीचे 5000 वर्ष पुराना बुर्जा देवी का मंदिर होने का दावा, हिंदू संगठनों ने डाली याचिका !'
दावा: यह ग्राफिक सोशल मीडिया पर ABP न्यूज का बताकर शेयर किया जा रहा है.
क्या यह दावा सही है ? नहीं, यह दावा सही नहीं है. ABP न्यूज ने ऐसा कोई ग्राफिक जारी नहीं किया है.
दुबई के बुर्ज खलीफा के नीचे बुर्जा देवी के मंदिर होने का दावा भी हाल में सामने नहीं आया है. यह ग्राफिक और उसके ऊपर लिखा दावा दोनों ही फर्जी है.
वायरल ग्राफिक के बारे में: हमने ABP न्यूज के आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट और फेसबुक अकाउंट चेक किए.
हमें ABP न्यूज के किसी भी अकाउंट पर यह ग्राफिक नहीं मिला.इससे जुड़े कीवर्ड्स सर्च करने पर हमें ABP न्यूज की ऐसी कोई खबर नहीं मिली.
हमने इस ग्राफिक को ABP न्यूज के एक हालिया ग्राफिक से मिलाया, तो दोनों के फॉन्ट में काफी फर्क पाया.
ABP न्यूज के आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट पर अपलोड हुए किसी भी कार्ड में इस तरह के फॉन्ट स्टाइल का इस्तेमाल नहीं किया गया है.
दावे से जुड़े कीवर्ड्स सर्च करने पर हमें किसी अन्य न्यूज चैनल या वेबसाइट पर ऐसी कोई खबर नहीं मिली.
क्यों वायरल हो रहा कार्ड ? हाल में कुछ कुछ हिंदत्ववादी दक्षिणपंथी संगठनों ने संभल की जामा मस्जिद, अजमेर की दरगाह, बदायूं की मस्जिद समेत कुछ अन्य मुस्लिम धार्मिक स्थलों के नीचे मंदिर होने का दावा किया है. इसको लेकर देश की अलग-अलग अदालतों में याचिका दायर की गई हैं. यह कार्ड उन्हीं घटनाओं पर एक तंज कसते हुए शेयर किया गया है.
पहले भी वायरल हुए ऐसे कार्ड: इससे पहले भी ABP न्यूज के इसी टेमपलेट का इस्तेमाल कर भ्रामक दावों के साथ अन्य कार्ड वायरल किए गए हैं. हमने इस वायरल ग्राफिक का भी फैक्ट-चेक किया था, आप हमारी वह रिपोर्ट यहां पढ़ सकते हैं.
इस कार्ड की पुष्टि के लिए हमने ABP न्यूज से भी संपर्क किया है, उनका जवाब आने पर इस खबर को अपडेट किया जाएगा.
निष्कर्ष: बुर्ज खलीफा के नीचे मंदिर होने के दावे की खबर बताने वाला यह कार्ड ABP न्यूज का नहीं बल्कि फर्जी है.
(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर 9540511818 या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं.)