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वाराणसी: नाबालिग ने कांवड़िए पर लगाया अश्लील हरकत का आरोप,'FIR दर्ज नहीं हो रही'

पुलिस ने कहा, कांवड़ियों को पीटा गया. नाबालिग का आरोप झूठा है. उनकी तरफ (नाबालिग) से FIR कराने कोई नहीं आया.

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"28 जुलाई को करीब 3 बजे नाबालिग अपनी दादी के साथ दुकान में बैठी थी. इसी दौरान नशे की हालत में एक युवक अपने दोस्त के साथ (कांवड़िए की वेशभूषा में) दुकान में आया और नाबालिग के साथ अश्लील-आपत्तिजनक हरकत की. गंदी भाषा का इस्तेमाल किया. जब लड़की ने विरोध किया तो युवक उसे पकड़ने के लिए झपटा. लड़की चिल्लाते हुए बगल की गली से होते हुए अपने घर की तरफ भागी. आरोपी पीछा करते हुए उसके घर के अंदर तक पहुंच गया."

ये कहना है नाबालिग के रिश्तेदार का. मामला वाराणसी के राजातालाब का है. आरोप है कि इस मामले में पुलिस ने आरोपियों (कांवड़ियों) के खिलाफ शिकायत दर्ज नहीं की. दूसरी तरफ कांवड़िए की तरफ से एफआईआर दर्ज कराई गई, जिसमें दूसरे समुदाय के कुछ युवकों पर मारपीट का आरोप लगाया गया. एफआईआर के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 6 लोगों को हिरासत में ले लिया. पुलिस का कहना है कि कांवड़ यात्री और दुकानदार के बीच वाद-विवाद का मामला है. लेकिन नाबालिग लड़की ने कांवड़ियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं.

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पीड़िता के रिश्तेदार ने द क्विंट को बताया, "राजातालाब में हमारी जूते-चप्पलों की दुकान हैं. वहीं सामने रोड से ही कांवड़ियों का जत्था गुजरता है. पीड़िता अपनी दादी के साथ दुकान में थी. इसी दौरान उसके साथ अश्लील-आपत्तिजनक हरकत की गई. जब पुलिस ने शिकायत दर्ज नहीं की तो हमारी तरफ से कमिश्नर, आईजी, सीएम, राज्य महिला आयोग, राष्ट्रीय महिला आयोग को पत्र लिख कार्रवाई की मांग की गई है." पत्र के मुताबिक,

"28 जुलाई की शाम करीब 3 बजे नाबालिग अपनी दादी के साथ दुकान में थी. नाबालिग दूसरे दिन होने वाले टेस्ट के लिए पढ़ाई कर रही थी. इसी दौरान दो लड़के जो कांवड़िए की वेश-भूषा में थे. दुकान में घुस आये, जिसमें से एक लड़का सीधे नाबालिग लड़की के पास पहुंचा और आपत्तिजनक हरकत करने लगा."

"अचानक हुए इस घटना से हम लोग अवाक हो गये और चिल्लाने लगे, जिससे दोनों लड़कों ने हम लोगों के साथ मारपीट की. नाबालिग भागी वो उसे दौड़ाते हुए घर के अन्दर घुस गए. वहां भी आपत्तिजनक हरकतें कीं. हम लोगों के शोरगुल पर और लोगों के आ जाने से दोनों लड़के भाग गये. सारी घटना का सीसीटीवी फुटेज मौजूद है. निवेदन है कि उक्त लोगों के साथ कानूनी कार्रवाई करने के लिए प्रभारी थाना राजातालाब, वाराणसी को निर्देशित करने का कष्ट करें."

नाबालिग पीड़िता का एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें उसने रोते-बिलखते हुए दोनों युवकों पर गंभीर आरोप लगाए हैं और न्याय की मांग की है.

नाबालिग के आरोपों पर द क्विंट ने एसीपी (राजातालाब) अजय कुमार श्रीवास्तव से बात की. उन्होंने कहा कि नाबालिग के आरोपों की जांच हो रही है. अभी नाबालिग की तरफ से लिखित में कोई शिकायत नहीं मिली है.

'बुलडोजर' एक्शन की थी तैयारी? पुलिस ने नकारा

पीड़िता के रिश्तेदार ने बताया, पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की. पीड़िता के घरवालों को ही हिरासत में ले लिया. 29 जुलाई की शाम तक करीब 8 लोगों को हिरासत में लिया, जिनमें एक 80 साल से ऊपर के बुजुर्ग पीड़िता के दादा भी हैं. हिरासत में लेने के अलावा 'बुलडोजर' कार्रवाई की भी तैयारी थी. 29 जुलाई की सुबह पीड़िता के घर के सामने बुलडोजर खड़ा मिला. पुलिस ने कहा कि गिरफ्तारी दे दो नहीं तो बुलडोजर की कार्रवाई की जाएगी. हालांकि कुछ लोगों से बात की गई तब बुलडोजर हटा.

बुलडोजर के सवाल पर द क्विंट ने एसीपी राजाताबाल अजय कुमार श्रीवास्तव से बात की. उन्होंने बुलडोजर एक्शन को पूरी तरह नकार दिया. उन्होंने कहा, "बुलडोजर की खबर झूठ है. ऐसी कोई तैयारी नहीं थी. बुलडोजर चलेगा भी तो राजस्व विभाग करेगा. पुलिस से क्या मतलब. 29 जुलाई को जेसीबी दिखने के सवाल पर उन्होंने कहा,

"वहां ड्राइवर का घर था. वह अपने घर खाना खाने गया था. वह अपने घर के सामने जेसीबी नहीं खड़ा करेगा तो कहां करेगा." नाबालिग की तरफ से लग रहे आरोपों को फर्जी बताया. उन्होंने कहा कि एफआईआर के लिए नाबालिग की तरफ से कोई नहीं आया.

कांवड़ियों का आरोप, बोल बम बोलने से रोका गया

इस मामले में पल्टू यादव (कांवड़िया) की तरफ से अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है. एफआईआर के मुताबिक, "28 जुलाई के करीब शाम 5 बजे मैं और मेरा दोस्त शुभम अदलपुर से जल लेकर जंसा वाराणसी एक साथ आ रहे थे. राजातालाब रेलवे फाटक के बीच विपक्षी 10 से 12 लोग मुह बांधकर खड़े थे. उन्होंने बोला कि,"

"तुम्हारे लिए बोल बम नहीं है. जब हम लोगों ने विरोध किया तो भद्दी-भद्दी गालियां दीं. लात-घूंसो, डंडे और धारदार हथियार लेकर मारने लगे. जिससे सिर फट गया और पूरे शरीर में काफी चोटें आईं."
FIR में दर्ज

"हम दोनों को खींचकर घर में ले गए और मारे. बोले कि जान से मार डालूंगा. बोले कि धर्म परिवर्तन कर लो और हम लोगों का पैसा और सामान छीन लिए. शोरगुल सुनकर पड़ोस के लोगों ने हमारी जान बचाई. हमारे शरीर में काफी चोटे आईं. उन्होंने धमकी दी कि बोल बम बोलोगे तो मार डालेंगे. हमारा फोन भी छीन लिए."

एफआईआर बीएनएस के सेक्शन 191 (2), 115(2), 118(1), 333, 352, 351(2), 309(4) के तहत दर्ज की गई हैं.

एफआईआर के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 6 आरोपियों को हिरासत मे ले लिया. वाराणसी के अपर पुलिस आयुक्त शिवहरी मीणा ने बताया,

"28 जुलाई को थाना राजातालाब में कस्बा अंतर्गत कांवड़ यात्री जल लेकर जा रहे थे, इसी दौरान एक कांवड़ यात्री और दुकानदार के बीच वाद विवाद हुआ.सूचना मिलते ही पुलिस बल तत्काल मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया. कांवड़ यात्री द्वारा थाने पर प्रकरण के संबंध में तहरीर दी गई है. तहरीर के क्रम में अभियोग पंजीकृत करते हुए 6 आरोपियों को हिरासत में लिया गया है."
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