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अच्छी डील किसे पसंद नहीं होती? लुभावने ऑफर, डिस्काउंट और फ्री अपग्रेड हमेशा हमारा ध्यान खींचते हैं. लेकिन, 'Yes' पर क्लिक करने या अपनी मंजूरी देने से पहले, हम आपको सावधानी बरतने की सलाह देते हैं. स्कैमर्स ने अपने अगले शिकार को टारगेट करने के लिए एक और तरीका निकाला है, जिसमें वे चुपचाप पीड़ितों के डिवाइस पर कॉल फॉरवार्डिंग चालू कर देते हैं. एक बार जब वो आपको इस डील के सही होने का यकीन दिला देते हैं, तो आपके बैंक अकाउंट और पर्सनल जानकारी को एक्सेस करने के लिए उन्हें बस एक आसान से कोड की जरुरत होती है. इसके सिवा, वो आपके कॉन्टैक्ट्स और दूसरे अनजान लोगों के साथ स्कैम करने के लिए आपका डाटा चोरी कर सकते हैं.
हम इस कॉल फॉरवार्डिंग स्कैम को डिकोड कर रहे हैं और इन स्कैमर्स के गेम से आगे रहने में आपकी मदद कर रहे हैं.
ऑफर: स्कैमर आपके टेलीकॉम प्रोवाइडर (SIM सर्विस) के रिप्रेजेंटेटिव होने का नाटक करके आपसे एक “स्पेशल” अपग्रेड या प्रमोशनल ऑफर बताने के बहाने संपर्क करते हैं, जिसके लिए आपको कोई पेमेंट नहीं करना पड़ता है.
कोड: वे आपको बताते हैं कि इस ऑफर का फायदा उठाने के लिए, आपको अपने फोन पर एक कोड डायल करना होगा, उसके बाद अपना मोबाइल नंबर डालना होगा. रिपोर्ट किए गए मामलों में स्कैमर द्वारा दिया गया कोड 21 या 401 से शुरू होता है और इसमें ‘*’ और/या ‘#’ शामिल होता है.
कॉल फॉरवार्डिंग: यह कोड डालने से आपके फोन पर चुपचाप कॉल फॉरवार्डिंग एक्टिवेट हो जाती है. हर आने वाली कॉल बिना किसी भी अलर्ट के स्कैमर के नंबर पर चली जाती है, और इसलिए, आपको शायद कोई बदलाव नजर भी नहीं आता है.
OTP इंटरसेप्शन: स्कैमर बैंकिंग ट्रांसजेक्शन और ईमेल पासवर्ड रीसेट के लिए OTP सहित सभी आने वाली कॉल को इंटरसेप्ट करके सेंसिटिव जानकारी चुरा सकते हैं, जिससे आपकी सिक्योरिटी से समझौता होता है. वे आपके पासवर्ड भी रीसेट कर सकते हैं और सर्विस एक्सेस करने के लिए वेरिफिकेशन कॉल के दौरान आपका सारा डाटा कॉपी कर सकते हैं.
वह नेटवर्क ऑफर और अपग्रेड जिनके लिए आपको फोन पर कोड डायल करने की जरुरत होती है.
हो सकता है कि आपको बाहत देर तक कोई कॉल न आएं, क्योंकि स्कैमर ने उन्हें रीरूट कर दिया हो.
आपको कई ऐसे बैंक ट्रांजैक्शन मैसेज का मिलना जिसके बारे में आपक कोई जानकारी न हो.
मना करें: अनजान कॉल करने वालों के उनके बताए गए कोड डायल न करें. ऐसे कॉल को तुरंत मना करें और काट दें.
वेरिफाई करें: ऐसे डील की सच्चाई जानने के लिए अपने नेटवर्क प्रोवाइडर से उसके ऑफिशियल कस्टमर सपोर्ट सर्विस नंबर, वेबसाइट या ऐप की मदद से संपर्क करें.
सिक्योर: सिर्फ OTP पर निर्भर रहने के बजाय टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन का इस्तेमाल करें, जिसे स्कैमर इंटरसेप्ट नहीं कर सकते हैं.
नोटिफाई करें: अगर आपके साथ स्कैम हुआ है, तो कृपया तुरंत अपने बैंक को बताएं ताकि ऐसे ट्रांजैक्शन को रद्द करने में मदद मिल सके और अगली सूचना तक आपका अकाउंट फ्रीज हो जाए.
सेटिंग्स: अपनी कॉल फॉरवार्डिंग की सेटिंग्स चेक करें और, अगर यह चालू है, तो अपने नेटवर्क के कोड का इस्तेमाल करके इसे डीएक्टिवेट करें. आप मदद के लिए अपने नेटवर्क प्रोवाइडर से भी संपर्क कर सकते हैं.
रिपोर्ट करें: नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल (cybercrime.gov.in) की मदद से इस घटना को तुरंत हाईलाइट करें या उनकी हेल्पलाइन 1930 पर कॉल करें. आप अपने लोकल पुलिस स्टेशन में भी शिकायत दर्ज करा सकते हैं. पक्का करें कि आप जांच में मदद के लिए जरुरी सबूत इकट्ठा करें.
अपडेट: किसी भी कमजोरी को ठीक करने के लिए अपने डिवाइस और ऐप्स को हमेशा अपडेट रखें.
शेयर करें: अपने सर्कल और कम्युनिटी को स्कैम के बारे में बताएं और उनसे ऐसे किसी भी ऑफर से सावधान रहने को कहें.
(द क्विंट की स्कैमगार्ड पहल का उद्देश्य उभरते डिजिटल घोटालों के बारे में जानकारी देना है, ताकि आप सूचित और सतर्क रहें. अगर आप कभी ठगे गए हैं या आपने किसी घोटाले को सफलतापूर्वक नाकाम किया है, तो हमें अपनी कहानी बताएं. हमसे +919540511818 पर व्हाट्सएप के जरिए संपर्क करें या हमें myreport@thequint.com पर ईमेल करें. आप Google फॉर्म भी भर सकते हैं और अपनी कहानी को आगे बढ़ाने में हमारी मदद कर सकते हैं. )