Scamguard: E-Sim के नाम पर चल रहे स्कैम से कैसे सावधान रहें ?

असल में सिम अपग्रेड के लिए आपको अपने फोन का नियंत्रण छोड़ने की आवश्यकता नहीं होगी

Rupinder Kaur
वेबकूफ
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Scamguard: E-Sim के नाम पर चल रहे स्कैम से कैसे सावधान रहें ?

(Altered By The Quint )

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क्या होता है जब सुविधा के चक्कर में भी आप ठगे जाते हैं? जैसे-जैसे टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर आपके स्मार्टफोन में फिजिकल सिम की जगह डिजिटल ई-सिम का इस्तेमाल बढ़ा रहे हैं, स्कैमर्स ने आपके बैंक खातों तक पहुंचने का एक नया तरीका ढूंढ लिया है. हाल ही में मुंबई के एक डॉक्टर ने ई-सिम पर स्विच करने की कोशिश में एक फर्जी मोबाइल ऑपरेटर के साथ अपनी निजी जानकारी शेयर करने के कुछ ही घंटों के अंदर 11 लाख रुपये गवां दिए.

इस सोची-समझी रणनीति के तहत, स्कैमर्स अपने शिकार को चरण-दर-चरण सहायता का झांसा देकर रिझाते हैं और इस पूरी प्रक्रिया के दौरान जरुरी जानकारी हासिल कर लेते हैं.

  • आइए देखें कि इस फर्जी ई-सिम घोटाला कैसे होता है, किन चेतावनी संकेतों पर ध्यान देना चाहिए और कैसे सुरक्षित रहना चाहिए.

काम करने का तरीका:

  • स्विच करने के लिए कॉल: आपको एक स्कैमर का कॉल आता है जो आपके मोबाइल सेवा प्रदाता का सहयोगी या एजेंट होने का दावा करता है. वे विशेष लाभों, आपके वर्तमान सिम की समस्याओं और/या नेटवर्क नीतियों का हवाला देते हुए मुफ्त में सिम-से-ई-सिम स्विच करने का आसान सा प्रस्ताव देते हैं. वे आपको यह भी समझा सकते हैं कि यह एक सीमित समय का ऑफर या एक विशेष डील है.

  • नया ई-सिम का अनुरोध: हमें बताए गए मामले में पीड़ित ने स्कैमर के निर्देशों का पालन करते हुए टेलीकॉम प्रोवाइडर के आधिकारिक ऐप की मदद से ई-सिम पर स्विच करने का अनुरोध किया.

  • अपग्रेड के लिए नकली ऐप: कुछ अन्य मामलों में यह स्कैमर डाउनलोड करने के लिए एक फर्जी ऐप का लिंक भी भेज सकते हैं. वो कहेंगे कि यह सिम अपग्रेड के लिए है. लेकिन यह ऐप आपके मोबाइल में या तो स्पाइवेयर इंस्टॉल करता है या उन्हें आपके डिवाइस तक रिमोट एक्सेस दे देता है.

  • OTP मांगना: अगर आपने आधिकारिक ऐप की मदद से स्विच करने का अनुरोध किया है, तो स्कैमर वेरिफिकेशन के लिए आपके फोन पर आया हुआ वन-टाइम पासवर्ड (OTP) मांगेगा. आपको बताया जाता है कि आपका वर्तमान सिम निष्क्रिय कर दिया जाएगा और आपका ई-सिम 24 घंटों के भीतर चालू हो जाएगा.

  • नया ई-सिम सक्रिय: एक बार जब आप OTP शेयर करते हैं, तो स्कैमर आपके सिम को निष्क्रिय कर देता है और अपने डिवाइस पर एक डुप्लिकेट सिम सक्रिय कर लेता है. फिर वे बैंक लेनदेन और पासवर्ड रीसेट के लिए ओटीपी जनरेट कर सकते हैं, जिससे आपके बैंकिंग ऐप्स में सेंध लग सकती है.

खतरे की घंटी

  • ऐसे कॉल या मैसेज जो आपको तुरंत ई-सिम पर स्विच करने का अनुरोध करें और ऐसा ना करने पर आप पर कार्रवाई होने या आपके किसी "खास डील" गवां देने की बात करे.

  • ई-सिम में "अपग्रेड" करने के लिए अंजान ऐप्स के लिंक प्राप्त करना.

  • कोई ऑपरेटर आपसे OTP और/या पासवर्ड शेयर करने का अनुरोध करें.

  • कॉल के दौरान या उसके तुरंत बाद आपके फोन में सिग्नल का न आना.

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क्या करें

  • सत्यापन: अगर आपको ऐसे कॉल या मैसेज आते हैं, तो अपने मोबाइल सर्विस प्रोवाइडर से उनके आधिकारिक ग्राहक सेवा नंबर या ऐप की मदद से संपर्क करें. पूछें कि क्या आपके खाते या नंबर में कोई बदलाव हुआ है, और ई-सिम अपग्रेड से जुड़ी नीतियों या सौदों के बारे में पूछताछ करें.

  • इसे आधिकारिक बनाएं: अपने मोबाइल सेवा प्रोवाइडर की आधिकारिक ऐप या वेबसाइट के जरिए या उनके सेवा केंद्र पर जाकर ई-सिम पर स्विच करने की प्रक्रिया शुरू करें.

  • अस्वीकार करें: कभी भी किसी के साथ OTP या पासवर्ड शेयर न करें. याद रखें असली सर्विस प्रोवाइडर कभी भी आपकी व्यक्तिगत या वित्तीय जानकारी नहीं मांगेंगे.

  • निगरानी: किसी भी अनधिकृत लेनदेन और OTP के लिए अपने बैंक खाते और मोबाइल पर कड़ी नजर रखें. साथ ही नियमित रूप से अपने नेटवर्क सिग्नल की जांच करें.

  • सूचित करें: अगर आपको पैसे ट्रांसफर के बारे में मैसेज मिलते हैं, तो तुरंत अपने बैंक को सूचित करें. अगर आपका फोन सिग्नल चला जाता है, तो अपने नेटवर्क प्रदाता से संपर्क करें ताकि वे स्कैमर को आगे बढ़ने से रोक सकें.

  • रिपोर्ट करें: राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल (cybercrime.gov.in) के माध्यम से घटना की तुरंत सूचना दें या उनकी हेल्पलाइन 1930 पर कॉल करें. आप अपने स्थानीय पुलिस स्टेशन में भी शिकायत दर्ज करा सकते हैं. जांच के लिए इससे सम्बंधित साक्ष्य जुटाना सुनिश्चित करें.

  • अपडेट: किसी भी कमजोरी को दूर करने के लिए अपने डिवाइस और ऐप्स को हमेशा अपडेट रखें.

  • शेयर करें: अपने सर्कल और जानकारों को इस घोटाले के बारे में सूचित करें और उन्हें ऐसे किसी भी अलर्ट से सावधान रहने के लिए कहें.

(द क्विंट की स्कैमगार्ड पहल का उद्देश्य उभरते डिजिटल घोटालों के बारे में जानकारी देना है, ताकि आप सूचित और सतर्क रहें. अगर आप कभी ठगे गए हैं या आपने किसी घोटाले को सफलतापूर्वक नाकाम किया है, तो हमें अपनी कहानी बताएं. हमसे +919540511818 पर व्हाट्सएप के जरिए संपर्क करें या हमें myreport@thequint.com पर ईमेल करें. आप Google फॉर्म भी भर सकते हैं और अपनी कहानी को आगे बढ़ाने में हमारी मदद कर सकते हैं. )

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