बोर्ड एग्जाम चल रहे हैं? बोर्ड एग्जाम के दौरान या परीक्षा का समय नजदीक आने के साथ ही आपको अपने दिमाग को कुशाग्र, एनर्जी लेवल को हाई और अपने शरीर को बीमारियों से दूर रखने की जरूरत होती है. कहा जाता है कि परीक्षा के समय तनाव बढ़ जाता है और कई बार इसकी वजह से छात्रों को नुकसान उठाना पड़ता है.
लेकिन परीक्षा के दौरान हम तनाव को खुद से दूर रख सकते हैं, बस थोड़ी कोशिश की जरूरत है. तो, आइए जानें एग्जाम के दिनों में तनाव से बचने के कुछ आसान तरीके.
बादाम निश्चित रूप से मदद करता है; इसमें जिंक की भरपूर मात्रा होती है, जो हमारे दिमाग के बेहतर स्वास्थ्य के लिए एक महत्वपूर्ण खनिज है. मूंगफली, काजू और सूरजमुखी के बीज और कद्दू के बीज भी दिमाग को हेल्दी बनाएं रखने के लिए अच्छे विकल्प हैं.
दूध हर दिन पीना जरूरी है, एग्जाम का समय हो या ना हो, इसलिए यह सुनिश्चित करें कि दूध आपकी रोजाना के डाइट का हिस्सा जरूर हो.
घी का सेवन भी मस्तिष्क के लिए अच्छा है लेकिन सीमित मात्रा में, ज्यादा मात्रा में घी खाने से आपको सुस्ती का एहसास होने लगेगा.
ड्राईफ्रूट्स, फल, नारियल पानी, काला चना सूप (अतिरिक्त पानी के साथ चने को उबाल लें, पानी में थोड़ा सा काला नमक और नींबू का रस मिलाएं और इसे पी लें). स्नैक्स के तौर पर चिकन सूप, छाछ, चने का सूप, स्प्राउट्स चाट, पनीर, दही और दही-आधारित स्मूदी भी बेहतर विकल्प होते हैं, जिससे आपका पेट भी भर जाएगा और आपको आलस का एहसास भी नहीं होगा.
आप कैफीन का सेवन सीमित मात्रा में कर सकते है. यह एक उत्तेजक की तरह काम करता है, जो आपको अचानक अलर्ट और ऊर्जावान बनाता है, लेकिन मात्रा अधिक होने पर इसका शरीर पर उल्टा असर भी पड़ता है. कैफीन के अधिक सेवन की वजह से चिंता, घबराहट, पेट खराब, सिरदर्द और अनिद्रा की समस्या हो सकती है. इसलिए कॉफी के कप और कोला के घूंट पर नजर रखें. बहुत अधिक कैफीन याददाश्त पर भी असर डालती है, इसलिए कैफीन का सेवन सीमित मात्रा में करें और चाय की तलब ज्यादा होती है, तो हर्बल चाय या ग्रीन टी की आदत डालें.
परीक्षा देने कभी खाली पेट ना जाएं, हमेशा नाश्ता करें. मस्तिष्क सोते समय भी काम करता है, इसलिए नाश्ते को ईंधन के रूप में इस्तेमाल करें और शरीर के साथ ही अपने मस्तिष्क को ऊर्जा दें, ताकि दिन में सुस्ती का एहसास ना हो.
इसलिए सुनिश्चित करें कि दिन की शुरुआत हमेशा पर्याप्त नाश्ते के साथ करें, लेकिन ऐसा खाना खाएं जो शुगर को धीरे-धीरे रिलीज करे, आपका पेट लंबे समय तक भरा लगे और बार-बार भूख ना लगे. दूध, पोहा और एक केला, या अंडा और मल्टीग्रेन टोस्ट, या केला के साथ दही और टोस्ट पर पीनट बटर कुछ अच्छे विकल्प हैं. नाश्ते के इन विकल्पों में मुट्ठी भर ड्राईफ्रूट्स भी मिलाएं. तले हुए भोजन से बचें – इससे आपको नींद आएगी और जूस से भी बचें क्योंकि इससे जल्द भूख लग जाने की समस्या होती है.
पर्याप्त भोजन करना महत्वपूर्ण है ताकि आपके शरीर और मस्तिष्क दोनों को काम करने के लिए आवश्यक ऊर्जा और पोषक तत्वों की कमी नहीं हो. और सुनिश्चित करें कि हर दिन एक अच्छी शुरुआत करने के लिए आप नाश्ते में हाई प्रोटीन और फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों का चुनाव करें.
सुनिश्चित करें कि आप पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं, भले ही तापमान ठंडा होने के कारण प्यास महसूस ना हो या पढ़ाई में व्यस्त हों, लेकिन पानी पीने में कोताही ना बरतें. एक अच्छी रणनीति ये है कि आप एक लीटर पानी की बोतल को बगल में रखें, जहां आप पढ़ रहे हैं और कम से कम एक दिन में दो बार खत्म करें. यह समझने की खास जरूरत है कि हमारे मस्तिष्क में ज्यादातर पानी है, लगभग 90 प्रतिशत.
बहुत कम कैलोरी वाली डाइट पर जोर ना दें क्योंकि इससे जानकारी को संसाधित करने में वक्त लगता है, मस्तिष्क को प्रतिक्रिया देने में अधिक समय लगेगा और सीक्वेंस को याद रखने में परेशानी होगी.
(कविता देवगन दिल्ली में रहने वाली एक न्यूट्रिशनिस्ट, वेट मैनेजमेंट कंसल्टेंट और हेल्थ राइटर हैं. इन्होंने दो किताबें Don’t Diet! 50 Habits of Thin People (Jaico) और Ultimate Grandmother Hacks: 50 Kickass Traditional Habits for a Fitter You (Rupa) लिखी है.)
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