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उत्तरप्रदेश में बीजेपी विधायकों से मारपीट के दावे से वायरल है फेक कहानी

दावा है कि वीडियो तब का है जब मुलायम सिंह यादव मुख्यमंत्री थे, असल में इस दौरान बीजेपी अपनी सरकार बनाने जा रही थी

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सोशल मीडिया पर उत्तरप्रदेश (Uttar Pradesh) विधानसभा का एक पुराना वीडियो वायरल है. दावा किया जा रहा है कि 'ये वीडियो 1993 का है, जब मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) के नेतृत्व वाली समाजवादी पार्टी (SP) की सरकार बनने पर उनकी पार्टी के सांसदों ने बीजेपी सांसदों से मारपीट की थी.'

क्या ये सच है ? : वायरल हो रहा वीडियो 21 October 1997 का है. तब उत्तरप्रदेश में कल्याण सिंह के नेतृत्व वाली बीजेपी की सरकार थी. ये दावा सच नहीं है कि वीडियो मुलायम सिंह यादव की सरकार के वक्त का है.

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हमने ये सच कैसे पता लगाया ? : हमने वायरल वीडियो को की-फ्रेम में बांटकर गूगल लेंस के जरिए सर्च किया. एसोसिएट प्रेस के यूट्यूब चैनल पर अपलोड किए गए कुछ वीडियो हमें मिले. जो वायरल हो रहे विजुअल्स से मेल खाते हैं. वीडियो के डिस्क्रिप्शन में बताया गया है कि ये 21 अक्टूबर 1997 का है, और उत्तरप्रदेश विधानसभा का ही है.

एसोसिएट प्रेस के वीडियो को वायरल हो रहे वीडियो क्लिप से हमने मिलाकर देखा. साफ हो रहा है कि दोनों एक ही हैं.

क्यों हुआ था उत्तरप्रदेश विधानसभा के सदन में हंगामा ? : 

  • सितंबर 1996 में हुए उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में कोई भी दल स्पष्ट बहुमत नहीं ला सका, जिसके कारण प्रदेश में जारी राष्ट्रपति शासन बरकरार रहा. 21 मार्च 1997 को भाजपा और बसपा ने मिलकर सरकार बना ली.

  • समझौते के तहत पहले छह महीने मायावती को मुख्यमंत्री बनाया गया, अगले छह महीने के लिए भाजपा के कल्याण सिंह को पद संभालना था. सितंबर 1997 में कल्याण सिंह ने मुख्यमंत्री पद संभाल लिया. पर 19 अक्टूबर 1997 को मायावती ने बसपा का समर्थन वापस लेने की घोषणा कर दी.

  • इसके बाद उत्तर प्रदेश के तत्कालीन राज्यपाल रोमेश भंडारी ने कल्याण सिंह को विधानसभा में बहुमत साबित करने का निर्देश दिया. 21 अक्टूबर 1997 को कल्याण सिंह के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने विश्वास मत का सामना किया. सदन में कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने अपनी पार्टी के टूटे हुए गुट को मान्यता देने के फैसले के खिलाफ विरोध शुरू किया, बसपा विधायकों ने भी उनका साथ दिया.

  • हंगामा बढ़ते-बढ़ते हिंसा में बदल गया और सदन में विधायकों ने एक-दूसरे पर सामान फेंकना शुरू कर दिया. इसी दौरान का वीडियो वायरल हो रहा है. इसके बाद सदन को कुछ समय के लिए स्थगित किया गया और फिर कार्यवाही दोबारा शुरू हुई. बहुमत साबित करने के लिए वोटिंग हुई, जिसमें विपक्ष के वॉकआउट के बाद प्रस्ताव के पक्ष में 222 वोट पड़े और कोई भी विरोध में नहीं था.

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निष्कर्ष : वायरल वीडियो 21 अक्टूबर 1997 का है, तब उत्तरप्रदेश में मुलायम सिंह की सरकार नहीं थी, जैसा कि वायरल पोस्ट में दावा किया जा रहा है.

(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर  9540511818 या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं.)

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