ADVERTISEMENTREMOVE AD

तमिलनाडु में बिहारियों से भागती पुलिस का नहीं वीडियो, ये रहा पूरा सच

वीडियो महाराष्ट्र के गांव में मनाए जाने वाले पारंपरिक उत्सव का है

Published
Aa
Aa
Small
Aa
Medium
Aa
Large

सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में पुलिसकर्मी भागते दिख रहे हैं और उनके पीछे बैल और ग्रामीणों को भागते देखा जा सकता है. वीडियो शेयर कर दावा किया जा रहा है कि तमिलनाडु (Tamil Nadu) में बिहार के लोगों ने पुलिस को इस तरह दौड़ाया.

वीडियो ऐसे वक्त पर सामने आया है जब कई पुराने वीडियो गलत संदर्भ के साथ तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों पर हमले के दावों के साथ शेयर हो रहे हैं. द क्विंट की फैक्ट चेकिंग टीम वेबकूफ ऐसे कई भ्रामक दावों का सच पता लगा चुकी है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

सच क्या है ? : ना तो ये वीडियो क्लिप हाल की है, न ह ये वीडियो तमिलनाडु का है. वीडियो इंटरनेट पर अगस्त 2019 से है और ये महाराष्ट्र के भुसावल का है.

  • वीडियो 'बेल पोला' नाम के एक उत्सव का है, जो वरडसिम नामक गांव में मनाया जाता है.

  • द क्विंट ने भुसावल के पुलिस इंसपेक्टर गजानन पडघन से बात की. उन्होंने पुष्टि की कि ''पुलिसकर्मी सड़क पर बैलों और भीड़ का रास्ता क्लियर करने के लिए भाग रहे हैं. इस दौड़ में ग्रामीणों की तरफ से बिजेता को पुरस्कार भी दिया जाता है''.

हमने ये सच कैसे पता लगाया ? : हमने गूगल क्रोम के इनविड एक्सटेंशन के जरिए वीडियो को की-फ्रेम में बांटा. इसके बाद हमने की-फ्रेम को रिवर्स इमेज सर्च किया.

  • रिवर्स सर्च के बाद हमें यूट्यूब चैनल 'Kidsmark' पर अपलोड तिया गया एक वीडियो मिला.

  • ये वीडियो 31 अगस्त 2019 को अपलोड किया गया था. वीडियो का डिस्क्रिप्शन मराठी भाषा में है. इसका अनुवाद कुछ यूं होगा ''वराडसिम गांव में बेल पोला मनाने की 300 साल पुरानी परंपरा''

ADVERTISEMENTREMOVE AD
  • आगे हमें यूट्यूब पर एक और वीडियो मिला, जिसमें देखा जा सकता है जब दौड़ शुरू होने से पहले पुलिसकर्मी उत्सव के मौके पर पहुंचते हैं.

  • वीडियो में कुछ लोग बैलों के साथ भादते देखे जा सकते हैं, साथ ही जानवरों पर पेंट भी किया गया है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

क्या है 'बेल पोला' उत्सव ? : ये उत्सव किसान मनाते हैं, मवेशियों को लेकर अपना आत्मीय भाव व्यक्त करने के लिए. क्योंकि यही मवेशी खेती में किसानों की मदद करते हैं. महाराष्ट्र के अलावा छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश के कई किसान सालों से इस उत्सव को मनाते आए हैं.

  • सांडों को इस उत्सव में सजाया जाता है और उनपर कई तरह की तस्वीरें बनाई जाती हैं.

  • इस उत्सव में गांव के सभी लोग एक जश्न के लिए इकट्ठा होते हैं.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

पड़ताल का निष्कर्ष : महाराष्ट्र में मनाए जाने वाले उत्सव का वीडियो सोशल मीडिया पर तमिलनाडु में बिहारियों से भागते पुलिसकर्मियों का बताकर वायरल है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर 9643651818 या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं)

Speaking truth to power requires allies like you.
Become a Member
Monthly
6-Monthly
Annual
Check Member Benefits
×
×