“नमस्ते, मैं भारतीय रिजर्व बैंक से बोल रहा हूं. आपका क्रेडिट कार्ड धोखाधड़ी वाली गतिविधियों में शामिल है…”
ऐसा एक ऑटोमेटेड वॉयस मैसेज वायरल हो रहा है, जिसमें लोगों को चेतावनी दी जाती है कि उनके क्रेडिट कार्ड पर संदिग्ध गतिविधि का पता चला है. मैसेज में कहा जाता है कि आपके बैंक खाते जल्द ही ब्लॉक कर दिए जाएंगे और आपको ऑपरेटर से तुरंत जानकारी लेने के लिए कहा जाता है. वहां से चीजें तेजी से बिगड़ सकती है.
इस आर्टिकल में हम नकली RBI अलर्ट स्कैम को उजागर करते हैं, यह कैसे डर और भ्रम पैदा करता है और आप सतर्क रहने के लिए क्या कर सकते हैं.
स्कैम करने का तरीका:
स्वचालित कॉल: आपको कम्प्यूटर की आवाज में एक कॉल आती है, जो दावा करती है कि यह कॉल RBI से है. इसमें (हिंदी और अंग्रेजी में) कहा जाता है कि आपका क्रेडिट कार्ड अवैध गतिविधि में शामिल है.
घबराहट पैदा करना: यह मैसेज आपको चेतावनी देता है कि कुछ घंटों के भीतर बैंक खाते फ्रीज या ब्लॉक कर दिए जाएंगे.
ऑपरेटर से बात करने के लिए X डायल करें: फिर आपको आगे की जानकारी के लिए ऑपरेटर से बात करने के लिए अपने फोन पर कोई एक नंबर (आमतौर पर 9) दबाने का निर्देश दिया जाता है.
नकली अधिकारी: जैसे ही आप नंबर दबाते हैं, आप RBI के अधिकारी या एजेंट के रूप में खुद को पेश करने वाले एक स्कैमर से जुड़ जाते हैं. वे बैंक में इस्तेमाल होने वाली भाषा से अच्छी तरह वाकिफ होते हैं और कुछ मामलों में, खुद वैध दिखने के लिए आपका आधार कार्ड नंबर या आंशिक क्रेडिट कार्ड की डिटेल भी बता सकते हैं.
डिटेल निकालना: स्कैमर संभवतः OTP, CVV, क्रेडिट कार्ड नंबर और नेट बैंकिंग क्रेडेंशियल जैसी संवेदनशील जानकारी मांगते हैं या आपसे स्कैम वाली फ़ाइलें डाउनलोड करने का अनुरोध करते हैं जो उन्हें आपके डिवाइस का रिमोट एक्सेस दे देती है. इसके बाद, वे पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं या अनधिकृत भुगतान कर सकते हैं.
खतरे की घंटी:
RBI द्वारा लेन-देन वेरिफिकेशन के लिए लोगो से संपर्क करना या बैंक खातों को ब्लॉक या फ्रीज करने की धमकी देना.
आपको ऑपरेटर से तत्काल बात करने के लिए कहना, ऐसा ना करने पर आप आपने बैंक खाते का एक्सेस खो देंगे.
आपके बैंकिंग डिटेल, जिसमें कार्ड नंबर, OTP और नेट बैंकिंग पासवर्ड शामिल हैं, वह मांगना.
आपको डाउनलोड करने के लिए टेक्स्ट मैसेज या व्हाट्सएप के जरिए से संदिग्ध लिंक भेजना.
क्या करें
फोन काट दें: अगर आपको ऐसा कोई कॉल आता है, तो तुरंत फोन काट दें और ऑटोमेटेड मैसेज के निर्देशानुसार कोई भी नंबर न दबाएं.
अस्वीकार करें: आईडी, बैंक खाता(खाते) या कार्ड की डिटेल शेयर न करें.
संपर्क करें: संदिग्ध लेन-देन की निगरानी के लिए अपने बैंक को सूचित करें और अपने खाते में किसी भी अनधिकृत गतिविधि के बारे में आपको सूचित करने के लिए SMS अलर्ट सक्रिय करें.
पासवर्ड बदलें: अगर आपने अपने वित्त से संबंधित किसी भी चीज के लिए अपनी लॉगिन जानकारी स्कैमर के साथ शेयर की है, तो तुरंत अपना पासवर्ड बदलें.
रिपोर्ट करें: अगर आपके साथ धोखाधड़ी हुई है या आप इस घोटाले को पहचान पाए हैं, तो जल्द से जल्द सरकारी पोर्टल जैसे कि चक्षु (https://sancharsaathi.gov.in/sfc/) और राष्ट्रीय साइबर अपराध हेल्पलाइन नंबर—1930 के माध्यम से घटना की रिपोर्ट करें. आप स्थानीय पुलिस स्टेशन में भी शिकायत दर्ज करा सकते हैं.
(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर 9540511818 या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं.)