सोशल मीडिया पर एक लेटर वायरल हो रहा है, जिसे लेकर कहा जा रहा है कि ये विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी किया गया है. सोशल मीडिया यूजर्स का कहना है कि भारत सरकार ने पाकिस्तान से अपने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को 'राजनीतिक कैदी' के तौर पर भारत भेजने की मांग की है.
वायरल पोस्ट में क्या है ? : लेटर को शेयर करने वालों ने कैप्शन में लिखा है, "ब्रेकिंग न्यूज: सोशल मीडिया पर विदेश मंत्रालय का सीक्रेट लेटर हुआ लीक. भारत सरकार ने पाकिस्तान से गुजारिश की है कि वो हसीना वाजिद की तरह इमरान खान को राजनीतिक कैदी के रूप में भारत को सौंपे."
क्या है सच?: इस लेटर में कई खामियां हैं, जिससे इसके असली होने पर कई सवाल उठते हैं.
प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो (PIB) की फैक्ट-चेकिंग विंग ने भी साफ किया है कि वायरल तस्वीर फेक है.
वायरल लेटर में कमियां: लेटर को ध्यान से देखने पर पता चलता है कि इसमें फॉन्ट के साइज में गड़बड़ी के साथ-साथ कई खामियां थीं.
कुछ पैराग्राफ में, स्पेस और फॉन्ट साइज में गड़बड़ी देखी जा सकती है.
किसी सरकारी या आधिकारिक डॉक्यूमेंट में ऐसी गड़बड़ी होना मुमकिन नहीं है.
कोई न्यूज रिपोर्ट या रिकॉर्ड नहीं: टीम वेबकूफ को ऐसी कोई विश्वसनीट न्यूज रिपोर्ट या जानकारी नहीं मिली, जो इस वायरल दावे को सपोर्ट करती हो कि भारत ने पाकिस्तान से इमरान खान को उनकी 'निजी सुरक्षा' का हवाला देकर भारत भेजने की मांग की है.
PIB की सफाई: PIB की फैक्ट-चेकिंग टीम ने अपने X अकाउंट पर कहा कि वायरल लेटर 'फेक' है और ये विदेश मंत्रालय की ओर से जारी नहीं किया गया है.
1 दिसंबर को शेयर किए गए इस पोस्ट में लिखा है, "इस लेटर को लेकर किए जा रहे दावे गलत हैं, और ये पाकिस्तान द्वारा भारत के खिलाफ चलाए जा रहे फेक न्यूज कैंपेन का हिस्सा है."
निष्कर्ष: इससे साफ होता है कि वायरल लेटर फेक है और उसे गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है.
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