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'लव जिहाद' की अफवाह से कैसे मुस्लिम परिवारों को छोड़ना पड़ा एक पूरा कस्बा

उत्तराखंड के पुरोला से हमारी इस ग्राउंड रिपोर्ट को देखकर जानिए, अफवाह कितनी खतरनाक हो सकती है.

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मामले की शुरुआत होती है मई 2023 में. जब पुरोला (Purola) में ही नौकरी करने वाले दो युवाओं जितेंद्र सैनी और उबैद खान पर आरोप लगाया जाता है कि उन्होंने एक हिंदू नाबालिग लड़की को अगवा किया है. चूंकि एक आरोपी मुस्लिम समुदाय से था, इसलिए स्थानीय हिंदुत्ववादी समूहों ने इसे लव जिहाद (Love Jihad) का रंग देना शुरू कर दिया. पुरोला में मुसलमानों के खिलाफ दक्षिणपंथी समूहों ने प्रदर्शन किया. और स्थितियां बिगड़ती चली गईं.

हमने अपनी इस खास ग्राउंड रिपोर्ट में पुरोला पहुंचकर पड़ताल की. कुछ सवालों के जवाब पता करने की कोशिश की. सवाल थे कि

लव जिहाद की अफवाह किसने उड़ाई?

अफवाह को तूल देने वाले कौन थे ?

इस अफवाह का सच क्या है ?

इन सवालों के जवाब आपको हमारी इस रिपोर्ट में मिलेंगे. ऐसी कई रिपोर्ट्स हम लेकर आ रहे हैं अपनी खास सीरीज में जिसका नाम है 'एक अफवाह की कीमत'. इस काम में आप हमारी मदद भी कर सकते हैं हमारे मेंबर बनकर.

फेक न्यूज या मिसइनफॉर्मेशन अब सिर्फ इंटरनेट की समस्या नहीं है. इसका असर सीधे तौर पर लोगों की जिंदगी में और कई बार समाज के एक बड़े हिस्से में होता दिख रहा है

अफवाहों के शिकार लोगों की ये कहानियां हम आप तक पहुंचा रहे हैं अपनी इस खास सीरीज में जिसका नाम है 'एक अफवाह की कीमत

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(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर  9540511818 या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं.)

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