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Loksabha Elections से जोड़कर वायरल EVM से VVPAT बदलने का पुराना वीडियो

हमारी पड़ताल में हमने पाया कि न तो यह वीडियो हालिया है और न ही इसका 2024 के लोकसभा चुनाव से कोई संबंध है.

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सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है, जिसमें दिख रहा शख्स VVPAT से पर्चियां निकालते दिख रहा है. यूजर्स इस वीडियो को 2024 के लोकसभा चुनावों (Loksabha Elections 2024) से जोड़कर शेयर कर रहे हैं.

वायरल पोस्ट में क्या दावा है ? वायरल पोस्ट को इस कैप्शन के साथ शेयर किया जा रहा है कि, "19.4.2024 को हुऐ Elaction (Election) मे कड़ी सुरक्षा के बीच रखी गयी EVM & vvpat मशीनो से पर्ची बदलते BJP के संसकारी कार्यकर्ता तो ऐसे 400 पार करेंगे मोदी जी." (SIS)

हमें अपने Whastapp Tipline पर भी इस वायरल वीडियो के बारे में एक सवाल मिला था. इसी तरह के दावों के अन्य अर्काइव आप यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.

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वीडियो की सच्चाई क्या है?: वायरल वीडियो दिसंबर 2022 से इंटरनेट पर मौजूद है और इसका हालिया लोकसभा चुनावों से कोई संबंध नहीं है.

हमनें सच्चाई का पता कैसे लगाया?: हमनें पहले इस वीडियो को कई कीफ्रेम में बांट दिया, फिर Google Lens की मदद से हमने वीडियो के अलग-अलग कीफ़्रेमों पर रिवर्स इमेज सर्च किया.

  • हमें 'शेनाज' नाम के एक X यूजर के हैंडल पर यही वीडियो मिली. इसे 13 दिसंबर 2022 को शेयर किया गया था और इसके कैप्शन में कहा गया था, "गुजरात में लैंडस्लाइड विक्ट्री. वहां के एक स्ट्रॉन्ग रूम का सीन. भावनगर निर्वाचन क्षेत्र."

  • वीडियो के कमेंट सेक्शन में हमें गुजरात के भावनगर के कलेक्टर और जिला मजिस्ट्रेट का जवाब मिला.

  • मजिस्ट्रेट ने कहा था कि भारत के चुनाव आयोग (ECI) द्वारा दिए गए निर्देशों के मुताबिक VVPAT पर्चियां हटा दी गईं और एक काले लिफाफे में डाल दी गईं थीं.

  • ऐसा यह सुनिश्चित करने के लिए किया गया था कि VVPAT का इस्तेमाल आगे के चुनावों के लिए किया जा सके और पूरी प्रक्रिया रिकॉर्ड की जाए.

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ECI वेबसाइट पर निर्देश: टीम वेबकूफ को ECI की आधिकारिक वेबसाइट पर एक दस्तावेज मिला जिसमें मतदान पूरा होने के बाद VVPAT पर्चियों को हटाने के लिए अपनाए जाने वाले चरणों के बारे में बताया गया था.

  • इसमें यह भी बताया गया था कि VVPAT पेपर पर्चियों को VVPAT से हटा दिया जाना चाहिए और उन्हें मोटे काले कागज से बने कागज के लिफाफे में रखा जाना चाहिए. फिर इसे लाल मोम की मदद से सील कर दिया जाएगा.

  • ये निर्देश भावनगर के जिला मजिस्ट्रेट द्वारा दिए गए स्पष्टीकरण की पुष्टि करते हैं.

निष्कर्ष: हालांकि हम स्वतंत्र रूप से वीडियो की लोकेशन या तारीख की पुष्टि नहीं करते, लेकिन यह साफ है कि वीडियो पुराना है और इसका 2024 में हो रहे लोकसभा चुनावों से कोई संबंध नहीं है.

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(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर 9540511818 या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं.)

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