सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक शख्स ये बता रहा है कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) के साथ कैसे छेड़छाड़ की जा सकती है. सोशल मीडिया यूजर्स इस वीडियो को बिहार विधानसभा चुनाव से जोड़ रहे हैं और इसे "वोट चोरी" के सबूत के तौर पर पेश कर रहे हैं.
यूजर्स ने क्या कहा?: एक X (पूर्व में ट्विटर) यूजर ने क्लिप को शेयर कर कैप्शन में लिखा, "विपक्ष भले न समझे, इस वीडियो में भले यह उदाहरण नजर आ रहा, मगर चोरी की असली जड़ यही है. EVM से वोट आपका पड़ता है, पर गिना उनका जाता है. यकीनन विपक्ष को अब समझ जाना चाहिए."
वीडियो में क्या है?: हमने पाया कि वीडियो में राहुल चिमनभाई नाम के एक शख्स द्वारा बनाई गई EVM दिख रही है, जिससे ये बताने की कोशिश की जा रही है कि मशीनों पर लगी काली पन्नी कैसे वोट से छेड़छाड़ करने में मदद करती है.
हमें जांच में क्या मिला?: वीडियो को गौर से देखने पर हमने पाया कि मशीन के बॉक्स पर एक शख्स की तस्वीर और नाम लिखा है. शख्स का नाम राहुल चिमनभाई मेहता लिखा हुआ है.
इसमें इस वेबसाइट का भी लिंक है - 'EvmHatao.com'
वेबसाइट पर क्या मिला?: वेबसाइट चेक करने पर, हमने पाया कि मेहता ने आईआईटी दिल्ली से पढ़ाई की है और वो राइट टू रिकॉल पार्टी के को-फाउंडर हैं.
वो दूसरे लोगों के साथ मिलकर जनता को 'EvmBlackGlass मैजिक' डेमो दिखाते हैं और EVM का इस्तेमाल बंद करने की वकालत करते हैं.
इसी तरह के दूसरे वीडियो: टीम वेबकूफ ने यूट्यूब पर "EVM Black Glass Demo" जैसे शब्दों को सर्च किया, जिससे हमें 'Chinmay A' नाम के एक अनाधिकारिक चैनल पर एक वीडियो मिला.
इस वीडियो को 6 जनवरी को इस टाइटल के साथ शेयर किया गया था, "EVM_BlackGlass_Demo_Invented_by_Rahul_Mehta_presented_by_Chinmay_Amte_Mumbai."
इस क्लिप में, शख्स को ये कहते सुना जा सकता है कि इस मशीन को मेहता ने तैयार किया है. वो आगे ये साफ करते हैं कि ये मशीन चुनाव आयोग की नहीं है.
आरोपों पर चुनाव आयोग की सफाई: चुनाव आयोग के आधिकारिक X अकाउंट ने भी इसी तरह के एक दूसरे वीडियो पर सफाई दी है. इस वीडियो में शख्स आरोप लगाता है कि EVM को हैक किया जा सकता है.
चुनाव आयोग ये साफ करता है कि वीडियो में दिख रही मशीनें ECI की EVM नहीं है. पोस्ट में आगे लिखा है, "ECI की EVM को हैक या उससे छेड़छाड़ नहीं की जा सकती."
यहां फिर से ये बताना जरूरी है कि वायरल वीडियो में भी ECI की EVM नहीं थीं.
EVM पर न्यूज रिपोर्ट्स: जुलाई में द हिंदू पर पब्लिश हुई एक रिपोर्ट के मुताबिक, ECI ने कहा कि EVM "टैम्पर-प्रूफ" हैं, यानी कि उनसे छेड़छाड़ नहीं की जा सकती. आयोग ने ऐसा 2024 के महाराष्ट्र चुनाव के लिए 'चेकिंग और वेरिफिकेशन' (C&V) प्रक्रिया को पूरा करने के बाद कहा था.
निष्कर्ष: इससे पता चलता है कि वायरल वीडियो को शेयर करते समय ये साफ नहीं किया गया कि उसमें दिख रही मशीन ECI की EVM नहीं हैं.
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