हमें अपने WhatsApp tipline पर भी इस दावे की पुष्टि के लिए एक सवाल मिला था.
(ऐसे ही दावे करने वाले अन्य पोस्ट के अर्काइव यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.)
क्या यह सच है?: नहीं, यह लेटर फर्जी है.
हमें इस लेटर की सत्यता की पुष्टि करने के लिए कोई विश्वसनीय रिपोर्ट नहीं मिली इसके साथ ही इसमें व्याकरण की कई गलतियां भी हैं.
इसके अलावा, पाकिस्तान के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने भी इस दावे को खारिज कर दिया है.
हमने कैसे पता लगाया ?: जब हमने इस कथित प्रेस रिलीज को ध्यान से पढ़ा, तो हमने पाया कि इसमें व्याकरण संबंधी कुछ गलतियां थीं.
इस लेटर में 'is actively' (सक्रिय रूप से') कहने के बजाय "isetively" शब्द लिखा है और 'reaffirm' (पुनः पुष्टि) के बजाय "realfirm" (वास्तविक रूप से) जैसी स्पेलिंग की गलतियां भी देखीं गईं हैं.
इससे संकेत मिलता है कि यह पत्र प्रामाणिक नहीं हो सकता है, क्योंकि सरकारी दस्तावेजों में ऐसी स्पष्ट गलतियां आमतौर पर नहीं देखी जाती हैं.
इसके बाद, हमने इमरान खान की मौत के बारे में रिपोर्ट के लिए कीवर्ड सर्च किए, लेकिन हमें इस दावे की पुष्टि करने वाली कोई भी विश्वसनीय न्यूज रिपोर्ट नहीं मिली.
हालांकि, हमें इमरान खान की पार्टी, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के बारे में हाल ही में ऐसी रिपोर्ट मिली, जिसमें भारत और पाकिस्तान के बढ़ते तनाव के बीच हमलों के डर से न्यायिक हिरासत में उनकी तत्काल रिहाई की मांग की गई है, जिसे यहां और यहां पढ़ा जा सकता है.
हमें पाकिस्तान के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय का एक X पोस्ट भी मिला, जिसमें वायरल पत्र को खारिज करते हुए इसे "फर्जी खबर" बताया गया है.
निष्कर्ष: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की मौत की घोषणा करने वाला एक फर्जी लेटर सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है.
(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर 9540511818 या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं.)