बिहार विधानसभा चुनावों के नतीजे आ चुके हैं, NDA की सरकार का गठन होने जा रहा है. ऐसे में सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है जिसमें रसगुल्लों को एक बड़े से गड्ढे में डालते हुए देखा जा सकता है.
दावा: पोस्ट को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि RJD नेता ने चुनाव हारने के बाद इस मिठाई को गड्ढे में दफन कर दिया लेकिन किसी को दिया नहीं.
क्या यह दावा सही है ? नहीं, यह दावा सही नहीं है.
यह तस्वीर हालिया नहीं है बल्कि 05 साल पुरानी है.
इसका बिहार में हुए विधानसभा चुनावों से कोई संबंध नहीं है.
वायरल तस्वीर हरियाणा के सीसरा की है जहां 2020 में फ्लाइंग टीम ने खराब मिठाइयों को नष्ट किया था.
हमने सच का पता कैसे लगाया ? हमने वायरल वीडियो पर गूगल लेंस की मदद से इमेज सर्च ऑप्शन का इस्तेमाल किया. हमारी सर्च में हमें अमर उजाला की यह न्यूज रिपोर्ट मिली, जिसमें 10 नवंबर की यही तस्वीर थी.
इस न्यूज रिपोर्ट में लिखा था कि तस्वीर में हरियाणा के सिरसा में मजदूर मिठाइयां नष्ट करते दिख रहे हैं.
रिपोर्ट में कहा गया है कि मुख्यमंत्री फ्लाइंग स्क्वॉड ने खाद्य एवं औषधि प्रशासन के साथ मिलकर सिरसा के कंगनपुर रोड स्थित राम गली में चल रही श्री राधे रसगुल्ला फैक्ट्री पर छापा मारा.
फैक्ट्री से लिए गए मिठाइयों के नमूनों में मक्खियां, कीड़े और मच्छर पाए गए थे. इसके बाद, एक क्विंटल रसगुल्ले और गुलाब जामुन को जमीन में गाड़कर नष्ट कर दिया गया था.
एक स्थानीय रिपोर्टर ने भी 2020 में द क्विंट की वेबकूफ टीम को इसकी पुष्टि की थी कि यह तस्वीर हरियाणा के सिरसा की ही है.
05 साल पहले की दैनिक भास्कर की इस रिपोर्ट के मुताबिक भी इस तस्वीर में हरियाणा के सिरसा में मिठाई को जमीन में फेंकते हुए दिखाया गया है.
इससे पहले भी यह तस्वीर कुछ इसी तरह के भ्रामक दावों के साथ 2020 में शेयर हुई थी हमने तब भी इसका फैक्ट-चेक किया था, आप वह रिपोर्ट यहां पढ़ सकते हैं.
निष्कर्ष: हरियाणा में मिठाई नष्ट करने की तस्वीर को बिहार विधानसभा चुनावों से जोड़कर भ्रामक दावों के साथ शेयर किया जा रहा है.
