समाजवादी पार्टी (SP) नेता अखिलेश यादव और यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा जिन्हें पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. इन दोनों की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर असली फोटो बताकर वायरल हो रही है.
क्या यह दावा सच है?: नहीं, ज्योति मल्होत्रा का चेहरा जोड़ने के लिए तस्वीर को एडिट किया गया है. असल तस्वीर जनवरी 2017 की है और इसमें अखिलेश यादव डिंपल यादव के बगल में खड़े दिखाई दे रहे थे, जब समाजवादी पार्टी ने अपना चुनावी घोषणापत्र लॉन्च किया था.
हमें सच का पता कैसे चला?: वायरल तस्वीर पर Google Lens की मदद से इमेज सर्च करने पर, हमें The Indian Express की इस रिपोर्ट में छपी यही तस्वीर मिली.
रिपोर्ट में कहा गया है कि एसपी ने अपना घोषणापत्र जारी किया जिसमें 2017 के राज्य विधानसभा चुनावों से पहले उत्तर प्रदेश के विकास के लिए कई योजनाओं का वादा किया गया था.
तस्वीर को एक कैप्शन के साथ शेयर किया गया था जिसमें कहा गया था, "उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और नवनियुक्त पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रविवार को लखनऊ में विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी का घोषणापत्र जारी किया."
तस्वीरों की तुलना: जब हमने वायरल तस्वीर की तुलना इंडियन एक्सप्रेस की न्यूज रिपोर्ट में शेयर की गई तस्वीर से की, तो हमने पाया कि वायरल तस्वीर को एडिट करके उसमें ज्योति मल्होत्रा का चेहरा जोड़ दिया गया है.
अन्य सोर्स: ABP News ने भी 22 जनवरी 2017 को अपने आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर घोषणापत्र लॉन्च कार्यक्रम के दृश्य किए थे. इसका शीर्षक था, "यूपी चुनाव 2017: अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी का चुनाव घोषणापत्र जारी किया."
वीडियो रिपोर्ट में डिंपल यादव अपने पति अखिलेश यादव के बगल में खड़ी दिखाई दे रही थीं.
निष्कर्ष: यह स्पष्ट है कि वायरल तस्वीर को एडिट करके उसमें ज्योति मल्होत्रा का चेहरा जोड़ा गया है.
(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर 9540511818 या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं.)