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देखा-अनदेखा हिंदुस्तान: 12 साल के सरफराज ने सिस्टम को हिला दिया

इस हफ्ते का देखा-अनदेखा हिंदुस्तान

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फ्लोटिंग हॉस्पिटल का अद्भुत नजारा, मध्यप्रदेश में दिखा 'लोकतंत्र बेचारा', मणिपुर में NRC लागू करने का प्रस्ताव स्वीकार, कोरोनिल पर बाबा रामदेव का स्पष्टीकरण कोर्ट ने किया अस्वीकार, भारतीय ट्रेन भटक गई रास्ता, BJP सांसद का पकड़ा गया झूठ, पाकिस्तानी अल्पसंख्यक बनेंगे इंडिया में डॉक्टर मगर इंडिया में खाली हैं IIT के हजारों फैकल्टी पद, ये सारी छपी-छिपी कहानियां हमारे प्यारे हिंदुस्तान की हैं जिन्हें देखा तो गया मगर अनदेखा कर दिया गया तो आइए हम आपको बताते हैं इस हफ्ते का देखा-अनदेखा हिंदुस्तान.

फ्लोटिंग हॉस्पिटल और इंडोर झरना

विकास के क्रम में हम मंगल तक पहुंचने के बाद फ्लोटिंग हॉस्पिटल और इंडोर झरने तक पहुंच गए हैं,कानपुर के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल उर्सला में बारिश से अस्पताल भर गया, अगर आपको लग रहा है कि कानपुर चेरापूंजी बन गया है तो आप गलत हैं, इस फ्लोटिंग हॉस्पिटल का निर्माण महज़ 1 घंटे की बारिश से हुआ है, 1 घण्टे में हुए इस निर्माण से विकासशील भारत के मरीजों को समस्या का सामना करना पड़ा. अफरा तफरी का माहौल रहा मगर इस बीच जिम्मेदार नदारद दिखे.

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नकली माइक से असली खबर

अस्पताल के बाद स्कूल, जब पत्रकारिता महज चीखम चिल्ली बहसों तक सिमट गई है तब पत्रकारों को इस नन्हे पत्रकार से प्रेरणा लेनी चाहिए.झारखंड में गोड्डा के 12 साल के सरफराज ने नकली माइक से असली खबर दिखाई और पत्रकारों को आईना भी.

BJP सांसद निशिकांत दुबे का झूठ

नदारद दिखी BJP सांसद निशिकांत दुबे की बातों से सच्चाई, कृषिप्रधान भारत के कृषिप्रेमी सांसद ने दावा किया की बीते 8 सालों में एक भी किसान ने आत्महत्या नहीं की है. अब आप इस बयान का सच जान लीजिए, नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो यानी (NCRB) का डेटा यह कहता है कि 2014 से 2020 के दौरान 43,181 से ज्यादा किसानों ने आत्महत्या की है. लोकसभा में कुछ भी कहा जा रहा है और लोकतंत्र में कुछ भी किया जा रहा है.

चुनाव पत्नियों ने जीता और शपथ पति ले रहे

सरपंच का चुनाव पत्नियों ने जीता और शपथ पति ले रहे हैं, क्या 'अद्भुत' नजारा है. बताया गया कि किसी कारणवश महिला सरपंच आ नहीं पाईं तो हमने सम्मान रखने के लिए पतियों को ही शपथ दिलवा दी. प्रधानपतियों वाले देश में अब ये सफाई सही है या फिर प्रजातंत्र पर पति तंत्र भारी है, कौन जाने?

ऑल ट्राइबल स्टूडेंट्स यूनियन मणिपुर का प्रदर्शन

मगर मणिपुर में सब कुछ ठीक नहीं है, वहां प्रदर्शन हो रहे हैं, वजह? मणिपुर (पर्वतीय क्षेत्र) स्वायत्त जिला परिषद (संशोधन) विधेयक, 2021 बिल पेश करने के लिए. ये प्रदर्शन पहाड़ी क्षेत्र को वित्तीय एवं प्रशासनिक स्वायत्तता दिए जाने के लिए ऑल ट्राइबल स्टूडेंट्स यूनियन मणिपुर द्वारा किया जा रहा है.

वहीं, मणिपुर से दूसरी खबर है कि मणिपुर विधानसभा ने राज्य जनसंख्या आयोग गठित करने और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर यानी NRC लागू करने के लिए दो निजी सदस्य प्रस्तावों को सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया है. दावा किया जा रहा है कि राज्य के पर्वतीय इलाकों में 1971 से 2001 के बीच जनसंख्या में 153.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई और 2002 से 2011 के दौरान यह दर बढ़कर 250.9 प्रतिशत पर पहुंच गई है.

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कोरोनिल पर बाबा रामदेव का स्पष्टीकरण कोर्ट ने किया अस्वीकार

NRC के बाद बात बाबा रामदेव और कोरोनिल की कर लेते हैं. दिल्ली हाईकोर्ट ने 4 अगस्त को रामदेव और उनकी कंपनी पतंजलि द्वारा सौंपा गया स्पष्टीकरण स्वीकार करने से इनकार कर दिया. स्पष्टीकरण रामदेव ने अपने और अपनी कंपनी के उन दावों के संबंध में पेश किया था, जिनमें उन्होंने अपनी दवा ‘कोरोनिल’ के संबंध में कहा था कि वह कोविड-19 के इलाज के तौर पर इस्तेमाल की जा सकती है.दिल्ली हाईकोर्ट ने रामदेव को कोरोनिल से कोविड-19 के इलाज के संबंध में कथित तौर पर गलत सूचना फैलाने और निराधार दावों को लेकर दूसरा उचित और स्वीकार्य स्पष्टीकरण देने के लिए कुछ समय दिया है.

कोरोना के समय कोरोनिल को लेकर कई सारे दावे पतंजलि ने किए थे और बाबा रामदेव ने डॉक्टरों का मजाक भी उड़ाया था.

पाकिस्तान में उत्पीड़न का शिकार अल्पसंख्यक भारत में बनेंगे डॉक्टर

भारत के बाद अब बात पाकिस्तान की कर लेते हैं दरअसल राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (NMC) ने पाकिस्तान में उत्पीड़न का शिकार हुए और 31 दिसंबर 2014 को या उससे पहले भारत आए अल्पसंख्यकों के लिए देश में डॉक्टर के रूप में सेवाएं देने के द्वार खोल दिए हैं.पाकिस्तान में उत्पीड़न का शिकार हुए अल्पसंख्यक भारत में डॉक्टर के रूप में सेवाएं दे सकेंगे.

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों में फैकल्टी पद खाली

इस खबर पर ताली बजाने से पहले यहीं एक ख़बर ये भी जान लीजिए की देश के 23 भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों यानी (IIT) में 4,500 से अधिक फैकल्टी पद खाली हैं. शिक्षा मंत्रालय ने राज्यसभा में यह जानकारी दी है. जिसमें आईआईटी खड़गपुर में 798 और आईआईटी बॉम्बे में 517 फैकल्टी पद खाली हैं.

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