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भीड़ उसे पीट रही थी, क्विंट रिपोर्टर ने वो किया जो सबको करना चाहिए

द क्विंट के संवाददाता बादशा रे ने मौके पर सतर्क होकर बड़ी घटना होने से बचा लिया.

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वीडियो एडिटर: मोहम्मद इरशाद

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दिल्ली में 19 सितंबर को ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल थी. जगह-जगह पर विरोध प्रदर्शन हो रहे थे. लोगों को पब्लिक ट्रांसपोर्ट न मिलने की वजह से परेशानी का सामना करना पड़ रहा था. इस सबके बीच दिल्ली के संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर में भीड़ चोरी के शक में पकड़े गए एक युवक को पीट रही थी. इससे पहले कि मॉब लिंचिंग की घटनाओं में एक और घटना जुड़ती, द क्विंट के संवाददाता बादशा रे ने मौके पर सतर्क होकर बड़ी घटना होने से बचा लिया.

दरअसल, बादशा रे दिल्ली-एनसीआर में ट्रांसपोर्टर हड़ताल की रिपोर्टिंग कर रहे थे. वह दिल्ली के संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर में थे. तभी उन्होंने देखा कि कुछ लोग एक लड़के को कॉलर पकड़कर घसीट रहे हैं. उन्होंने लोगों से जानकारी ली तो पता चला कि लड़के को चोरी के आरोप में पकड़ा है. तभी क्विंट के संवाददाता ने बिना समय गंवाए तुरंत पुलिस को इसकी सूचना दी.

मैंने देखा कुछ लोग एक लड़के को कॉलर पकड़कर घसीट रहे हैं. मैं तेजी से पुलिस स्टेशन की ओर भागा. मुझे पुलिस स्टेशन तो नहीं मिला, लेकिन कुछ पुलिस वाले मिल गए. मैंने उन्हें बताया कि एक लड़के को चोरी के शक में पकड़ा गया है और भीड़ उसे पीट रही है.
बादशा रे, संवाददाता, द क्विंट
मैंने पुलिस वालों से कहा कि अगर उन्होंने उसी वक्त एक्शन नहीं लिया तो भीड़ उस लड़के को पीट-पीट कर मार देगी. मैं पुलिस वालों के साथ उस जगह तक गया. जहां लड़के को बंधक बनाकर रखा गया था. 
बादशा रे, संवाददाता, द क्विंट

बादशा जब पुलिसवालों के साथ उस जगह पर पहुंचे, तो देखा भीड़ ने लड़के को एक खंभे से बांध रखा था. इसके बाद पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए लड़के को भीड़ से छुड़ा लिया और उसकी जान बच गई.

द क्विंट की आप सबसे अपील है कि अगर आप भी अपने आसपास मॉब लिंचिंग की कोई घटना देखें, तो डरें नहीं तुरंत पुलिस को जानकारी दें. नजदीकी पुलिस स्टेशन जाकर या आसपास मौजूद पुलिस कर्मियों को घटना के बारे में बताएं.

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