सुपरटेक ट्विन टावर (Supertech Twin Towers Demolition) जमींदोज हो चुका है, लेकिन यहां रहने वाले लोगों की प्रशासन से कई शिकायते हैं, लोगों का कहना है कि प्रशासन की तरफ से कोई मदद नहीं मिली.
उन्होंने बताया कि कई लोग अपना घर छोड़कर अपने रिश्तेदारों के घर रहने को मजबूर हैं तो वहीं कुछ लोग होटलों में रह रहे हैं. क्विंट की टीम ने जब लोगों से बात की तो उन्होंने अपनी दिक्कतें शेयर करते हुए बताया कि कैसे अपनी सुरक्षा के लिए लोगों ने खुद ही इंतजाम किया है.
ट्विन टावर के पास की बिल्डिंग में रहने वाले कपिल हांडा ने बताया कि हमने ट्विन टावर के खिलाफ जंग तो जीत ली, लेकिन हमारी सुरक्षा को लेकर प्रशासन ने मदद नहीं की. निवासी परेशान हो रहे हैं. कई लोगों ने एक दिन पहले ही घर से अपना सामान लेकर चले गए हैं, लेकिन अभी कई लोगों का सामान, हमारा सामन फ्लैट में ही है. कोई स्टडी नहीं की गई, कोई मदद नहीं की गई.
वहीं अंशुल सक्सेना ने कहा कि मकानों को लेकर हमें काफी चिंता है, हमारी बिल्डिंग ट्विन टावर के 15-20 मीटर दूर है लेकिन प्रशासन ने हमारे लिए कुछ नहीं किया. हमने खुद की मदद की है.