ADVERTISEMENTREMOVE AD

सुब्रत रॉय पंच-तत्व में विलीन, पोते ने दी मुखाग्नि, अखिलेश यादव- बृजेश पाठक सहित कौन पहुंचा?

Subrata Roy Last Rites: कैंसर से पीड़ित सुब्रत राय सहारा का 75 वर्ष की आयु में 14 नवंबर को निधन हो गया था.

Published
Aa
Aa
Small
Aa
Medium
Aa
Large

Subrata Roy Last Rites: सहारा समूह के संस्थापक सुब्रत रॉय का अंतिम संस्कार लखनऊ के बैकुंठ धाम में गुरुवार, 16 नवंबर को विधि विधान के साथ हुआ. सुब्रत रॉय को उनके 16 वर्षीय पोते ने मुखाग्नि दी. सुब्रत रॉय की पत्नी स्वप्ना रॉय और बेटे, सुशांतो रॉय और सीमांतो विदेश में हैं, जिस कारण वे अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो सके. 

ADVERTISEMENTREMOVE AD
शव यात्रा दोपहर में सहारा शहर से शुरू हुई जिसमें हजारों दोस्त, शुभचिंतक और कर्मचारी मौजूद थे.

अंतिम दर्शन के लिए कई राजनेता और फिल्मी हस्तियां जुटीं. इस मौके पर अखिलेश यादव, डिप्टी सीएम बृजेश पाठक, कांग्रेस नेता राज बब्बर, प्रमोद तिवारी माफिया और नेता बृजेश सिंह भी श्रद्धांजलि देने पहुंचे.

बता दें कि कैंसर से पीड़ित सुब्रत राय सहारा का 75 वर्ष की आयु में निधन हो गया था. सुब्रत रॉय का लंबे समय से मुंबई के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था. मंगलवार, 14 नवंबर की रात यहीं उन्होंने आखिरी सांस ली.

दिल का दौरा पड़ने से निधन

सहारा श्री के निधन के बाद सहारा इंडिया परिवार ने एक बयान में कहा, ''बड़े दुख के साथ सहारा इंडिया परिवार हमारे माननीय 'सहाराश्री' सुब्रत रॉय सहारा के निधन की सूचना दे रहा है. सहाराश्री जी एक प्रेरणादायक नेता और दूरदर्शी थे, मेटास्टैटिक कैंसर, हाइपरटेंशन और डाइबटीज से उत्पन्न जटिलताओं के साथ एक लंबी लड़ाई के बाद कार्डियोरेस्पिरेटरी अरेस्ट के कारण 14 नवंबर 2023 को रात 10.30 बजे उनका निधन हो गयागौरतलब

स्वास्थ्य में गिरावट के बाद उन्हें 12 नवंबर, 2023 को कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल और मेडिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट (केडीएएच) में भर्ती कराया गया था.

गौरतलब है कि 10 जून, 1948 को अररिया, बिहार में जन्मे सुब्रत रॉय का नाम भारत के बड़े बिजनेसमैन में शुमार था. उन्होंने सहारा इंडिया के रूप में एक विशाल साम्राज्य की स्थापना की, जो वित्त, रियल एस्टेट, मीडिया और हॉस्पिटलिटी सहित विभिन्न क्षेत्रों तक फैला हुआ था.

सहारा इंडिया परिवार को एक समय टाइम पत्रिका ने भारतीय रेलवे के बाद भारत में सबसे अधिक नौकरी देने वाला संगठन/समूह बताया था, जिसमें लगभग 1.2 मिलियन लोगों का कार्यबल था. समूह ने दावा किया कि उसके पास 9 करोड़ से अधिक निवेशक हैं, जो भारतीय परिवारों के एक महत्वपूर्ण हिस्से का प्रतिनिधित्व करते हैं.

Speaking truth to power requires allies like you.
Become a Member
Monthly
6-Monthly
Annual
Check Member Benefits
×
×