ADVERTISEMENTREMOVE AD

मेरे पति को जेल और पोस्ट डालने वाला आजाद- प्रशांत कनौजिया की पत्नी

क्या स्वतंत्र पत्रकार प्रशांत कन्नौजिया को मिलेगी रिहाई ?

Published
Aa
Aa
Small
Aa
Medium
Aa
Large

अपने विवादित सोशल मीडिया पोस्ट और कॉमेंट्स के लिए अक्सर चर्चा में रहने वाले ऐक्टिविस्ट और स्वतंत्र पत्रकार प्रशांत कनौजिया को यूपी पुलिस ने 18 अगस्त को गिरफ्तार किया था. प्रशांत पर राम मंदिर से जुड़ी एक विवादित पोस्ट को ट्विटर पर शेयर करने का आरोप लगाया गया था. इस घटना को लेकर लखनऊ की हजरतगंज पुलिस ने शांति व्यवस्था प्रभावित होने की आशंका पर प्रशांत के खिलाफ आईटी ऐक्ट, सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने समेत कई अध्य धाराओं में केस दर्ज किया था.

पत्नी कर रहीं संघर्ष

इस बात को ढेढ़ महीने से भी अधिक हो गए है लेकिन प्रशांत अभी भी सलाखों के पीछे हैं. उनकी पत्नी जगीशा अरोड़ा इस मामले के बाद से काफी दुख और संघर्षों का सामना कर रही हैं. गिरफ्तारी के बाद लोगों ने प्रशांत को इस तरह ट्रोल करना शुरू कर दिया है कि इसका असर प्रशांत के पारिवारिक जीवन पर भी पड़ा है.

क्विंट हिंदी से बातचीत में प्रशांत की पत्नी जगीशा अरोड़ा ने बताया कि 18 अगस्त जिस दिन प्रशांत की गिरफ्तारी हुई उस दिन जगीशा का जन्मदिन था. एक दिन पहले ही वो और प्रशांत इसकी तैयारियों में जुटे थे. लेकिन पुलिस जब 18 अगस्त को गिरफ्तारी के घर पहुंची तो वो बेहद सहम गई.

जगीशा ने बताया सब इंस्पेक्टर दिनेश कुमार शुक्ला ने प्रशांत के खिलाफ FIR दर्ज कराई जिसमें आरोप है कि उन्होंने सुशील तिवारी की पोस्ट के साथ छेड़छाड़ कर के शेयर किया था.

सुशील कुमार की ओरिजिनल पोस्ट में यूपीएससी से इस्लामिक स्टडी  हटाकर वैदिक स्टडी जोड़ने की अपील की गई थी.

जबकि बाद में उसी पोस्ट को एल्टर कर के अपील बदल दिया गया. जिसमें राम मंदिर में ओबीसी, एससी, एसटी जातियों के लोगों का जाना निषेध किया जाए कि अपील थी. इसी तस्वीर को प्रशांत ने अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर किया था.

ट्विटर अकाउंट से डिलीट कर दी थी पोस्ट

बाद में मालूम हुआ कि इस तस्वीर को शरारती तत्वों ने बदलकर शेयर किया था. जिसे प्रशांत ने भी अनजाने में शेयर कर दी थी. हालांकि सच्चाई मालूम होने के बाद उन्होंने ट्विटर अकाउंट से यह पोस्ट डिलीट भी कर दी थी.

जगीशा ने बताया कि ये तस्वीर कई वेरिफाइड अकाउंट से भी शेयर की जा चुकी है लेकिन उन पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है. यहां तक कि पोस्ट में मौजूद नेता सुशील तिवारी खुद कई बार आपत्तिजनक टिप्पणी कर चुके हैं लेकिन सिर्फ प्रशांत को टारगेट किया जा रहा है. क्योंकि प्रशांत सरकार के खिलाफ खुलकर टिप्पणी करते हैं.

प्रशांत दलित, मुसलमान और महिला सुरक्षा के प्रति अपनी राय रखते हैं. वो सभी को बराबरी में देखना चाहते हैं जिस पर वो वोकल होते हैं. उन्हें इसी का दण्ड मिला है. प्रशांत और मेरी इंटर कास्ट मैरेज हुई है,हमारी सोच एक जैसी है धर्म और जाति से परे.
जगीशा कन्नौजिया, प्रशांत की पत्नि

बता दें कि प्रशांत लगातार अपनी टिप्पणियों के कारण सुर्खियों में बना रहते है. प्रशांत इससे पहले भी यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ समेत कई नेताओं पर विवादित टिप्पणी करने के आरोप में जेल जा चुके हैं.

Speaking truth to power requires allies like you.
Become a Member
Monthly
6-Monthly
Annual
Check Member Benefits
×
×