मध्य प्रदेश के डिंडोरी जिले में एक ऐसी घटना सामने आई जिसने सूबे के स्वास्थ्य विभाग पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं. आरोप है कि यहां के एक प्राइमरी हेल्थ सेंटर में दम तोड़ने वाले युवक की गर्भवती पत्नी को ही उसके पति का खून से सना बिस्तर साफ करने के लिए मजबूर किया गया.
गुरुवार, 31 अक्टूबर की शाम लालपुर सानी गांव में भूमि विवाद के बाद रिश्तेदारों सहित 25 लोगों के एक समूह ने शिवराज मरावी (40 साल) और उनके परिवार के सदस्यों पर कथित तौर पर हमला किया.
इलाज के लिए गाड़ासरई प्राइमरी हेल्थ सेंटर ले जाने के कुछ देर बाद ही शिवराज की मौत हो गई. इसके अगले दिन यानी शुक्रवार को सामने आए एक वायरल वीडियो में कथित तौर पर दिख रहा है कि पति की मौत के तुरंत बाद शिवराज की पत्नी से प्राइमरी हेल्थ सेंटर में खून से सना बिस्तर साफ किया जा रहा था. रोशनी पांच माह की गर्भवती है.
विवाद के बढ़ने के बाद शनिवार को डिंडोरी के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) ने गाड़ासराई प्राइमरी हेल्थ सेंटर की नर्सिंग ऑफिसर और आया को निलंबित करने का आदेश दिया. इसके अलावा सेंटर के मेडिकल ऑफिसर को मुख्यालय अटैच करने का आदेश जारी किया गया है.
नोटिस में सीएमएचओ ने लिखा है कि ''दिनांक 31.10.2024 को सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में पाया गया है कि सामुदायिक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गाड़ासरई में मृतक की पत्नी से अस्पताल का बिस्तर साफ कराया गया था. यहां और जिले की अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं में आउटसोर्सिंग के माध्यम से अस्पताल की सफाई की व्यवस्था किए जाने के बावजूद, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि मृतक की पत्नी से अस्पताल के बिस्तर की सफाई कराई गई."
"महिला खूद से सबूत इकट्ठा कर रही थी"
क्विंट हिंदी से बातचीत में प्राइमरी हेल्थ सेंटर, गाड़ासरई के मेडिकल ऑफिसर डॉ चंद्र शेखर सिंह ने मृतक की पत्नी से बेड साफ कराए जाने के आरोप से इंकार किया है.
उन्होंने कहा कि ये पूरा मामला 31 अक्टूबर की शाम का है. दो लोगो को लाया गया था, उसमें से एक मृत था और दूसरा घायल था. उसे प्राथमिक उपचार के बाद डिंडोरी रेफर किया गया था.. वीडियो में नजर आ रही महिला ने खून से सने गमछे को यह कहकर अपने पास रख लिया कि यदि बाद में पुलिस जांच होगी तो वह यह दिखाएगी कि कितना खून बहा है. बाजू में खड़ी हुई महिला आया बाई की पोस्ट पर है और उसके हाथ में स्पिरिट की बोतल है, जो हाथ धोने के लिए महिला को दी गई गई थी. यही सब कुछ वीडियो ने नजर आ रहा है.. इस तरह का (बेड साफ कराने का) कोई आरोप महिला और उसके परिजनों ने न मेरे सामने लगाया और न ही वरिष्ठ अधिकारियों के सामने लगाया गया है.
(इनपुट- अब्दुल वसीम अंसारी)