मेघालय में शनिवार को चुनाव परिणाम त्रिशंकु विधानसभा के रूप में सामने आया. 59 में से 21 सीट जीतकर कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी.
चुनाव परिणामों के मुताबिक नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) 19 सीटों के साथ दूसरे पोजिशन पर है. वहीं, 47 सीटों पर लड़ने वाली बीजेपी सिर्फ 2 सीट जीत सकी. राज्य की 60 सदस्यीय विधानसभा के लिए 59 सीटों पर 27 फरवरी को मतदान हुआ था.
बता दें, कांग्रेस का किसी दल के साथ चुनाव से पहले गठबंधन नहीं था. 10 साल पुरानी मुकुल संगमा सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए पूरी ताकत झोंकने वाली बीजेपी ने भी चुनाव से पहले किसी दल के साथ गठबंधन नहीं किया था. हालांकि एनपीपी मणिपुर और केंद्र में बीजेपी की सहयोगी पार्टी है.
कांग्रेस ने राज्य में सरकार गठन की संभावना तलाशने के लिए दो वरिष्ठ नेताओं- अहमद पटेल और कमलनाथ को मेघालय भेजा है. पार्टी का यह कदम गोवा और मणिपुर में समय पर कदम न उठाने के बाद हुई आलोचना के मद्देनजर आया है जहां कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी, लेकिन सरकार बनाने में विफल रही थी. पिछले साल हुए चुनाव में मणिपुर और गोवा में त्रिशंकु विधानसभा बनी थी, लेकिन बीजेपी ने छोटे दलों और निर्दलीयों की मदद से सरकार बना ली थी.
पटेल ने कहा कि गोवा और मणिपुर को नहीं दोहराया जाएगा. कमलनाथ ने कहा, ‘‘यह स्पष्ट है कि हम सरकार बनाएंगे. मेघालय के लोगों की इच्छा हमारी कांग्रेस सरकार में दिखेगी. हम हर किसी के संपर्क में हैं. हर कोई हमारे संपर्क में है.’’
उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी गड़बड़ी करने के लिए धनबल का इस्तेमाल कर रही है. मुख्यमंत्री मुकुल संगमा ने पहली बार 2 सीटों से चुनाव लड़ा और वह दोनों सीटों पर जीत गए हैं. उन्होंने कहा कि परिणाम उम्मीद के मुताबिक नहीं हैं और वह कांग्रेस की सरकार बनाने के लिए पूरी कोशिश करेंगे.