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इंटरव्यू: झाबुआ के कलेक्टर को चैलेंज करने वाली लड़की कौन है?

निर्मला कहती हैं कि ये सुनिश्चित करना सरकार की जिम्मेदारी है कि छात्रों को सही शिक्षा मिले.

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वीडियो एडिटर: दीप्ति रामदास

"कलेक्टर साहब, अगर आप हमारी मांग पूरी नहीं कर सकते, तो हमें कलेक्टर बना दीजिए."

कुछ दिनों पहले सोशल मीडिया पर छात्रों के विरोध प्रदर्शन का एक वीडियो खूब वायरल हुआ था, जिसमें एक लड़की बुलंद आवाज में ये कहती सुनाई दे रही थी. सोशल मीडिया पर सुर्खियां बटोर रही इस लड़की का नाम निर्मला चौहान है, जो मध्य प्रदेश के झाबुआ की रहने वाली है. क्विंट ने छात्रों की समस्याओं को लेकर निर्मला चौहान से बात की.

20 साल की निर्मला चौहान झाबुआ के गवर्नमेंट गर्ल्स कॉलेज में बीए फर्स्ट ईयर की छात्र हैं. क्विंट से बात करते हुए निर्मला ने बताया कि वो खुश हैं कि वीडियो वायरल हो गया, जिससे झाबुआ के छात्रों की परेशानियों पर लोगों का ध्यान जाएगा.

"मेरी लड़ाई झाबुआ के उन हजारों छात्रों के लिए है, जिन्हें बुनियादी सुविधाएं भी नहीं मिल रही हैं."
निर्मला चौहान

निर्मला के छह भाई-बहन हैं, लेकिन उनमें से केवल दो ही पढ़ाई कर रहे हैं. आर्थिक तंगी के कारण बाकी भाई-बहनों को पढ़ाई छोड़नी पड़ी.

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सरकार से क्या हैं मांगे?

छात्रों की मांग है कि कॉलेज में ग्राउंड नहीं है, जिससे छात्र खेलकूद में आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं. छात्रों का किराया माफ करने को लेकर भी छात्र मांग उठा रहे हैं. छात्रों की मांग है कि मेडिकल और कृषि कालेज शुरू किया जाए, ताकि बच्चे पढ़ाई कर सकें.

निर्मला ने कहा, "मैं अपनी पढ़ाई के लिए 2-3 किलोमीटर या उससे ज्यादा चल सकती हूं, लेकिन ये हर लड़की नहीं कर सकती. जैसे मैं शहर में किराये के घर में रहती हूं, ये हर किसी के लिए मुमकिन नहीं."

निर्मला कहती हैं कि ये सुनिश्चित करना सरकार की जिम्मेदारी है कि छात्रों को शिक्षा मिले और वो अपना भविष्य बनाएं.
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विरोध प्रदर्शन में करीब 400 छात्र हुए थे शामिल

मध्य प्रदेश के झाबुआ में चंद्रशेखर आजाद महाविद्यालय आदर्श महाविद्यालय एवं गर्ल्स डिग्री कॉलेज में पढ़ने वाले लगभग 400 विद्यार्थियों ने विभिन्न समस्याओं को लेकर 20 दिसंबर को कलेक्टोरेट का घेराव किया. प्रदर्शन में ज्यादातर छात्राएं शामिल थीं. लगभग 45 मिनट तक 400 से ज्यादा छात्रों ने सरकार और स्थानीय प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की, लेकिन फिर भी कोई अधिकारी उनकी बात सुनने के लिए नहीं आया. इस दौरान छात्रों और पुलिस के बीच खींचतान भी होती नजर आई.

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