15 दिसंबर की शाम, दिल्ली की जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी में नागरिकता कानून के खिलाफ हुए प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया. छात्रों का आरोप है कि पुलिस यूनिवर्सिटी में जबरन घुस आई और आंसू गैस के गोले छोड़े. जामिया में लॉ पढ़ रहीं सैफियत ने 15 दिसंबर की शाम इंस्टाग्राम पर एक वीडियो पोस्ट कर मदद की अपील की थी. सैफियत ने क्विंट को बताया कि उस शाम जामिया में क्या हुआ था.
इंस्टाग्राम पर एक वीडियो में सैफियत ने मदद की गुहार लगाते हुए कहा था,
‘हमारी मदद कीजिए. हम खतरे में हैं. ये लोग (पुलिस) रीडिंग हॉल में घुस कर शीशे तोड़कर आंसू गैस के छोड़ रहे हैं. हम लोग लाइट बंद कर के छुपे हैं यहां पर.’
सैफियत ने क्विंट को बताया कि उन सभी का विरोध प्रदर्शन एकदम शांतिपूर्ण था. पुलिस पर हिंसा करने का आरोप लगाते हुए सैफियत ने कहा कि लड़कों को नीचे बिठाकर डंडे मारे गए.
सैफियत अब यूनिवर्सिटी के कैंपस में सुरक्षित महसूस नहीं कर रही हैं. जामिया के कई छात्रों की तरह वो भी अपने घर लौटने को मजबूर हैं. कई लोगों को सोमवार सुबह यूनिवर्सिटी के बाहर बैग लेकर देखा गया.
जामिया को मिला देश की कई यूनिवर्सिटी का साथ
नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के चलते रविवार को दिल्ली के जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी में भड़की हिंसा में 100 से ज्यादा लोग घायल हुए. जामिया में प्रदर्शन के हिंसक हो जाने के बाद से देश की दूसरी यूनिवर्सिटी में छात्र जामिया के समर्थन में सड़कों पर आ गए. अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी, बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी, TISS, आईआईटी समेत देश के कई राज्यों में छात्र जामिया को सपोर्ट कर रहे हैं.
अनुराग कश्यप, आयुष्मान खुराना, स्वरा भास्कर समेत कई बॉलीवुड सितारों ने भी छात्रों के साथ समर्थन जताया है.