ADVERTISEMENTREMOVE AD

फरीदाबाद:पति को सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर महिला की किडनी निकालने का आरोप

Kidney Transplant Fraud: दो अगस्त 2022 को आरोपियों ने साजिश के तहत महिला की किडनी निकलाकर ट्रांसप्लांट करवा दी.

Published
Aa
Aa
Small
Aa
Medium
Aa
Large

फरीदाबाद (Faridabad) में एक हैरान करने वाली खबर सामने आई है. पति को सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर एक महिला की किडनी निकालकर दूसरे को ट्रांसप्लांट कर दिया गया. पीड़ित महिला ने पुलिस कमिश्नर को शिकायत देकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

महिला ने लगाए गंभीर आरोप

महिला का आरोप है कि किडनी निकालने से पहले आरोपियों ने सभी फर्जी दस्तावेज दिल्ली में बनवाए गए. पीड़ित महिला के पति और बच्चे को जान से मारने की धमकी देकर उनको डेढ़ साल तक अपने घर में बंधक बनाकर रखा. इन डेढ़ साल में आरोपियों ने महिला की फर्जी तरीके से शादी भी रजिस्टर करवा दी.

पीड़िता का कहना है कि किडनी ट्रांसप्लांट के बाद उसका इलाज तक नहीं करवाया गया. अब उसके पूरे शरीर में इंफेक्शन फैल रहा है.

इसके साथ ही उसने अब आरोपियों पर जान से मारने की धमकी देने का भी आरोप लगाया है. साथ ही पूरे मामले को लेकर मोरिंगो QRG अस्पताल पर भी मिलीभगत का आरोप लगाया है.

महिला ऐसे बनी शिकार

जानकारी के मुताबिक साल 2020 में महिला अपने पिता का फेसबुक आईडी देख रही थी. इस दौरान उसने किडनी डोनेशन से जुड़े एक विज्ञापन पर क्लिक कर दिया. इसके बाद राजा नाम के एक शख्स ने उसे फोन किया और किडनी देने की बात की. लेकिन महिला ने किडनी देने से मना कर दिया.

सरकारी नौकरी का दिया झांसा, बंधक बनाया

महिला ने बताया कि उसे और उसके पति को दिल्ली के विकासपुरी स्थित ऑफिस बुलाया गया. जहां उसकी मुलाकात मरीज (जिसे किडनी चाहिए थी) और उसके एजेंट से हुई. इस दौरान उसका ब्लड सैंपल भी लिया गया. साथ ही आरोपियों ने किडनी डोनेट करने पर उसके पति को सरकारी नौकरी दिलाने की बात भी कही.

महिला ने बताया कि उसे और उसके पति को फिर लगातार फोन आने लगे. उन्हें दोबारा विकासपुरी बुलाया गया. यहां से वो लोग मरीज के घर पर गए. जहां उन्हें बताया गया कि वो किडनी देने के लायक हैं. महिला ने आगे कहा कि, जब उसे पता चला की किडनी सिर्फ अपने ही परिवार के लोग दे सकते हैं तो उसने किडनी देने से मना कर दिया. महिला का आरोप है कि,

उसे और उसके पति को डेढ़ साल तक बंधक बनाकर रखा गया. इस दौरान सारे फर्जी दस्तावेज तैयार करवाए गए. यहां तक की आरोपियों ने दिल्ली SDM ऑफिस में शादी भी रजिस्टर करवाई.

दस्तावेजों में नाम तो आरोपी विनोद मंगोत्रा की पत्नी अंबिका मंगोत्रा का दिया गया लेकिन फोटो सभी कागजों पर पीड़िता के लगाए गए.  महिला का आरोप है कि दो अगस्त 2022 को फरीदाबाद के मोरिंगो QRG अस्पताल में आरोपियों ने साजिश के तहत उसकी किडनी निकलाकर ट्रांसप्लांट करवा दी.

मामले की जांच में जुटी पुलिस

वहीं इस मामले में पीड़िता के वकील ने कहा कि अवैध तरीके से किडनी लेने की बात सामने आने पर पुलिस को शिकायत दी गई है. जिसमें किडनी ट्रांसप्लांट कराने वाले विनोद मंगोत्रा समेत उसकी पत्नी और एजेंट के अलावा फर्जी तरीके से शादी रजिस्टर्ड कराने वाले गवाह भी शामिल हैं.

पीड़िता के वकील का कहना है कि आरोपी और पीड़िता की उम्र में कई साल का अंतर है. इसके बावजूद भी QRG हॉस्पिटल ने दस्तावेजों की सही जांच से जांच किए बगैर किडनी ट्रांसप्लांट कर दी.

वहीं पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि पुलिस कमिश्नर ने महिला की शिकायत की जांच एसीपी ओल्ड फरीदाबाद को दी है. जांच के बाद कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

Speaking truth to power requires allies like you.
Become a Member
Monthly
6-Monthly
Annual
Check Member Benefits
×
×