बिग बॉस OTT के विजेता और यूट्यूबर एल्विश यादव (Elvish Yadav) मुश्किलों में फंसते दिख रहे हैं. नोएडा पुलिस (Noida Police) ने एल्विश समेत छह लोगों के खिलाफ एक FIR दर्ज की है. एल्विश समेत अन्य आरोपियों पर रेव पार्टी और प्रतिबंधित सांपों का जहर सप्लाई करने का आरोप है. वहीं इस मामले में बीजेपी सांसद और पीपुल फॉर एनीमल की फाउंडर चेयरपर्सन मेनका गांधी का भी बयान आया है. उन्होंने एल्विश की गिरफ्तारी की मांग की है.
मेनका गांधी ने बताई पूरी कहानी
मेनिका गांधी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि "ये जो बंदा (एल्विश यादव) है उसपर हमारी नजर बहुत दिनों से थी. ये अपनी फिल्मों और फोटो में अक्सर सांप पहनता है."
उन्होंने आगे कहा, "ये सारे के सारे सांप लुप्तप्राय प्रजातियां हैं. ये सांप अजगर और कोबरा हैं. इनका इस्तेमाल संगीन जुर्म माना जाता है. ये शेड्यूल वन एनिमल हैं. इसमें 7 साल की सजा है. फिर उसके बाद पता चला कि ये सांपों का जहर बेचता है."
इसके साथ ही मेनका गांधी ने बताया,
"ट्रैप करने के लिए हमने उन्हीं (एल्विश) को फोन किया और कहा कि हम पार्टी कर रहे हैं. अपने आदमी को भेजिए. पहले उसने लोगों को भेजा देखने के लिए कि ये ट्रैप है या क्या है है. लेकिन उसको लगा की सबकुछ सही है, तो पांच लोगों को सांप के जहर और सांपों के साथ भेजा. ये इनका सप्लाई गुरुग्राम और नोएडा में करता है."
मेनिका गांधी ने कहा कि एल्विश यादव की गिरफ्तारी एकदम होनी चाहिए.
एल्विश ने आरोपों को खारिज किया
एल्विश यादव ने FIR दर्ज होने के बाद अपनी सफाई दी है. उन्होंने इंस्टाग्राम पर पोस्ट शेयर कर कहा, "सोशल मीडिया पर मेरे गिरफ्तार होने और मेरे पर लगाए गए आरोपों की खबर चल रही है. मेरे ऊपर लगाए गए सभी आरोप झूठे हैं. मैं नोएडा पुलिस की जांच में पूरा सहयोग देने को तैयार हूं."
बता दें कि पकड़े गए आरोपियों से कुल 9 सांप मिले हैं. इनमें 5 कोबरा, 1 अजगर, 2 दोमुंहा सांप और 1 रेट स्नेक हैं. इसके अलावा 20 मिलीलीटर स्नेक वेनम भी मिला है. वन्य जीव संरक्षण अधिनियम-1972 की धारा-9 (शिकार का प्रतिषेध), 39 (किसी भी जानवर को बंदी बनाने या शिकार या मारने पर), 48ए, 49, 50, 51 और 120बी में FIR कराई है.