सबीरा शेख को 26/11 हमले में गोली लगे 8 साल हो गए हैं. उन्हें सांत्वना तो खूब मिली लेकिन आधिकारिक पर मदद नहीं. 2008 में सबीरा के पैर में गोली लगने से वो घायल हो गई थीं. उनकी 6 बार सर्जरी हो चुकी है और अभी तक सरकार से कोई आर्थिक मदद नहीं मिली है.
सबीरा का बेटा जोकि महीने में सिर्फ 10 हजार के आसपास कमाता है, उसने उच्च अधिकारियों को कई बार खत लिखे. यहां तक की मुख्यमंत्री देवेंद्र फणनवीस और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी लिखा लेकिन उसके खतों का कोई जवाब नहीं आया.
लेकिन सिर्फ सबीरा ही ऐसी स्थिती से नहीं गुजर रही हैं. देविका रोटावन, जिनको हमले में गोली लगी थी अभी तक उनको भी मुआवजा नहीं मिला है. वह अपने माता-पिता के साथ पुणे जाने वाली थी जब वो कसाब की गोलियों की चपेट में आ गईं. अब वो आईएएस बनना चाहती हैं और आतंक के खिलाफ लड़ना चाहती हैं.
सबीरा और देविका जैसे मामलों में अब कोई ये उमीद नहीं करेगा कि इन्हें न्याय मिलेगा. लेकिन देविका चाहती हैं जो भी इस हमले के पीछे थे, उन सभी को जेल के पीछे होना चाहिए. वहीं सबीरा का कहना है कि सरकार को हमारी मांगों के लिए जवाब देना होगा.
वीडियो एडिटर: मोहम्मद इरशाद आलम