बिहार विधानसभा (Bihar) के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बड़ा दावा किया है. राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोट डालने के बाद कब पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि वे क्या बाेलेंगे, जब मंत्री नहीं थे तो उनसे मिलकर कहा था कि आरजेडी में शामिल होना चाहते हैं. यहां बीजेपी में मन नहीं लग रहा. इसके साथ ही तेजस्वी ने राष्ट्रपति की भूमिका की चर्चा की भी चर्चा की.
वर्तमान स्थिति में देश को मजबूत राष्ट्रपति की जरूरत है. क्योंकि देश में अराजकता का माहौल है. नफरत परोसा जा रहा है. धर्म के नाम पर लड़ाया जा रहा है. सारे संवैधानिक संस्थाओं को बर्बाद किया जा रहा है. ऐसे में राष्ट्रपति पर ही उम्मीद टिकी होती है. लेकिन हमनें तो द्रौपदी जी से कुछ सुना ही नहीं. यशवंत सिन्हा जी ने तो अपनी प्राथमिकताएं गिनाई थीं. हमारा कोई व्यक्तिगत विरोध द्रौपदी मुर्मू से नहीं है, लेकिन एक वोटर के नाते तो हमारी अपेक्षा होगी ही.
महिलाओं के सम्मान की बात पर तेजस्वी ने कहा कि बीजेपी के लोगों को महिलाओं का सम्मान करना आता है क्या, जब प्रतिभा पाटिल जी को राष्ट्रपति बनाया जा रहा था. तब बीजेपी के लेागों ने विरोध क्यों किया था. केंद्रीय गृह राज्यमंत्री के इस बयान पर कि आरजेडी दलित महिलाओं का सम्मान नहीं करता, तेजस्वी ने कहा कि वे क्या बोलेंगे, जब मंत्री नहीं थे तो हमसे मिले थे. कहा कि हमको अपनी पार्टी में ले लीजिए. यहां मन नहीं लग रहा.
बीजेपी का तेजस्वी को जवाब
तेजस्वी यादव के इस दावे को बीजेपी ने झूठ बताया है, बीजेपी का कहना है कि तेजस्वी खुद नित्यानंद राय से मिले थे और ED की जांच को लेकर उनसे मदद मांगी थी.
(इनपुट-वी चंद)