Maharashtra कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले (Nana Patole) आए दिन अपने बयानों की वजह से विवादों में घिरे रहते हैं. हाल ही में उनके मोदी नाम के शख्स के बारे में आपत्तिजनक बयान देने के बाद बीजेपी ने आक्रामक रुख अख्तियार कर लिया. जिसके बाद राज्य भर में नाना पटोले के पुतले जलाए गए और प्रधानमंत्री का अपमान करने के खिलाफ मामले दर्ज किए गए.
हालांकि पटोले ने बीजेपी पर प्रधानमंत्री पद की गरिमा को मलिन करने का आरोप लगाया है. पटोले ने सफाई दी कि वे भंडारा जिले के गाव में मौजूद एक गांव के गुंडे के बारे में बोल रहे थे. साथ ही अफवाहों का बाजार गर्म करने से आनेवाले चुनाव में बीजेपी का नुकसान और कांग्रेस का फायदा होने का दावा पटोले ने किया है.
इसके अलावा पटोले ने एमवीए सरकार में मौजूद सहयोगी दलों को भी नहीं बक्शा है. क्विंट हिंदी से हुई खास बातचीत में पटोले ने आरोप लगाया है कि स्थानीय सहयोगी दलों ने हमेशा कांग्रेस को धोखा दिया और कमजोर करने का काम किया है. इसीलिए कांग्रेस हाई कमान ने गोवा और अन्य राज्यों में रीजनल पार्टियों से गठबंधन न करते हुए 'एकला चलो रे' का नारा दिया है.
पटोले ने बीजेपी का उदाहरण देते हुए बताया कि पंजाब और महाराष्ट जैसे राज्यों में रीजनल पार्टीज ने एनडीए का साथ छोड़ दिया. लेकिन यही अगर कांग्रेस खुद के दम पर आगे बढ़ना चाहती है तो अविश्वास का आरोप लगाया जाता है. इतना ही नहीं बल्कि आरपीएन सिंह के पार्टी छोड़ने, गुलाम नबी आजाद को केंद्र से पद्म पुरस्कार के मुद्दे पर पटोले ने साफ किया कि कुछ लोग सत्ता में रहने के लिए हैं और कुछ संघर्ष करने के लिए. आखिर संघर्ष करने वालों की ही जीत होगी.