ADVERTISEMENTREMOVE AD

कर्नाटक: BJP को उतना ही वोट मिला, जितना 2018 में था, फिर कांग्रेस से कैसे हारी?

Karnataka Election Results 2023: कर्नाटक में 10 मई को मतदान हुआ था. राज्य में 73.19 प्रतिशत वोटिंग हुई थी.

Aa
Aa
Small
Aa
Medium
Aa
Large

कर्नाटक (Karnataka) में कांग्रेस (Congress) 'किंग' बनी है. कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023 के नतीजों (Karnataka Election Results 2023) में कांग्रेस (Congress) ने बाजी मारी है. चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, कर्नाटक में बहुमत के साथ कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है. वहीं विधानसभा चुनाव में बीजेपी को बड़ा झटका लगा है. प्रदेश में कुमारस्वामी की जेडीएस तीसरे स्थान पर है. इस बीच रविवार को बेंगलुरु में कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई गई है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

चुनाव आयोग के रुझान

चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, कांग्रेस को 136 सीटें मिलती दिख रही है. कांग्रेस ने 134 सीटों पर कब्जा जमाया है, वहीं दो सीटों पर लीड कर रही है. अगर बीजेपी की बात करें तो पार्टी को मात्र 65 सीटें ही मिलती दिख रही है. जबकि जेडीएस 19 सीटें पर सिमट गई है. इसके अलावा 2 निर्दलीय उम्मीदवारों और 2 अन्य पार्टियों के उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है.

अगर वोट पर्सेंटेज की बात करें 2018 चुनाव के मुकाबले इस बार कांग्रेस का वोट पर्सेंटेज बढ़ा है और पार्टी को 43% वोट मिला है. वहीं बीजेपी के खाते में 36% वोट आया है. JDS को 13% वोट ही मिला है. वहीं अन्य के खाते में 8% वोट गया है. पिछली बार की तुलना में इस बार बीजेपी के वोट पर्सेंटेज में ज्यादा बदलाव नहीं हुआ है. 2018 में भी बीजेपी को 36% वोट ही मिला था.

2018 में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी

कर्नाटक में 2018 के विधानसभा चुनावों में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला था. उस बार 72.13 फीसदी मतदान हुआ था. विधानसभा चुनाव में बीजेपी को कुल 104 सीटें, कांग्रेस को 80 सीटें और जेडीएस को 37 सीटें मिली थीं. एक सीट बीएसपी को जिसने जेडीएस के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था जबकि एक सीट निर्दलीय ने जीती थी. वहीं एक सीट KPJP पार्टी के खाते में आई थी.

2018 में कांग्रेस को मिले थे सबसे ज्यादा वोट

अगर वोट पर्सेंटेज की बात करें तो 2018 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने सबसे ज्यादा 38 फीसदी वोटों पर कब्जा जमाया था. उसके बाद बीजेपी को 36 प्रतिशत और जेडीएस को 18 प्रतिशत वोट मिले थे.

लेकिन, किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिल पाया था. ऐसे में बीजेपी ने सबसे बड़ी पार्टी होने का दावा कर सरकार बनाई थी. येदियुरप्पा ने सीएम पद की शपथ ली थी. लेकिन वे बहुमत साबित नहीं कर पाए थे, ऐसे में उन्हें तीन दिन में इस्तीफा देना पड़ा था.

इसके बाद कांग्रेस ने जेडीएस के साथ मिलकर सरकार बनाई थी. जेडीएस के कुमार स्वामी राज्य के सीएम बने थे. लेकिन 14 महीने के बाद ही कांग्रेस के कुछ विधायकों ने बगावत कर बीजेपी का दामन थाम लिया था. इसके बाद कुमारस्वामी सरकार गिर गई थी. राज्य में एक बार फिर येदियुरप्पा के नेतृत्व में बीजेपी की सरकार बनी. हालांकि, 2 साल बाद येदियुरप्पा ने इस्तीफा दे दिया और बसवराज बोम्मई ने सीएम पद की शपथ ली थी.

Published: 
Speaking truth to power requires allies like you.
Become a Member
Monthly
6-Monthly
Annual
Check Member Benefits
×
×