8-9 मई की दरम्यानी रात, भारतीय सशस्त्र बलों ने जम्मू-कश्मीर, पंजाब और राजस्थान में पाकिस्तान द्वारा किए गए ड्रोन हमलों और अन्य हथियारों को नाकाम कर दिया.
भारतीय सेना के आधिकारिक एक्स (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट पर जारी बयान में कहा गया, "ड्रोन हमलों को प्रभावी ढंग से रोकते हुए सीजफायर उल्लंघन (सीएफवी) का करारा जवाब दिया गया."
कई जिलों में सायरन बजाए गए, उसके बाद ब्लैकआउट हुए.
इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ (आईडीएस) द्वारा एक्स पर पोस्ट किए गए एक बयान के मुताबिक, "जम्मू और कश्मीर में अंतर्राष्ट्रीय सीमा के निकट जम्मू, पठानकोट और उधमपुर के सैन्य स्टेशनों को पाकिस्तान द्वारा मिसाइलों और ड्रोन का उपयोग करके निशाना बनाया गया. हालांकि कोई नुकसान नहीं हुआ. भारतीय सशस्त्र बलों ने 'काइनेटिक और नॉन-काइनेटिक साधनों' के साथ SoP के अनुसार खतरे को बेअसर कर दिया."
श्रीनगर से लेकर चंडीगढ़ और भुज तक, कई शहरों में ब्लैकआउट हुआ. हम उन जगहों पर नजर डाल रहे हैं जहां भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान के ड्रोन/मिसाइल हमलों के प्रयास को सफलतापूर्वक विफल कर दिया.
जम्मू में भारतीय सशस्त्र बलों ने आठ मिसाइलें रोकीं
उत्तर-पश्चिम और पश्चिम भारत के कई शहरों में ब्लैकआउट हुआ और सायरन सुनाई दिए.
जम्मू में, जोरदार धमाके सुनाई दिए, जो मिसाइल हमलों या गोलाबारी के माने जा रहे हैं. पूर्व जम्मू-कश्मीर डीजीपी एसपी वैद ने एक्स पर पोस्ट किया कि इस दौरान पूरा शहर ब्लैकआउट में था.
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, "सायरन बजाए गए और रात को आसमान में दो-ढाई घंटे तक लाल फ्लैश दिखे."
इसके अलावा, रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार, 9 मई को कहा, भारतीय सशस्त्र बलों ने एयर डिफेंस यूनिट्स का इस्तेमाल करके जम्मू-कश्मीर के सतवारी, सांबा, आरएस पुरा और अरनिया जिलों पर लक्षित पाकिस्तान की आठ मिसाइलों को रोका और उन्हें विफल कर दिया. अन्य शहरों - कुपवाड़ा, बारामुल्ला और अखनूर में भी सायरन की आवाज सुनी गई.
मंत्रालय ने यह भी बताया कि बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (बीएसएफ) ने जम्मू-कश्मीर के सांबा जिले में अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर एक बड़े घुसपैठ के प्रयास को नाकाम कर दिया, जिसमें कम से कम सात आतंकवादी मारे गए.
बयान में कहा गया, "बीएसएफ के सूत्रों ने बताया कि निगरानी ग्रिड के जरिए आतंकवादियों के एक बड़े समूह द्वारा की जा रही घुसपैठ की कोशिश का पता लगाया गया. इस घुसपैठ की कोशिश को धांधर चौकी पर पाक रेंजर्स की ओर से गोलीबारी का समर्थन हासिल था. सतर्क बीएसएफ सैनिकों ने पाक पोस्ट धंधार को काफी नुकसान पहुंचाया."
शुक्रवार सुबह भी, जम्मू पर पाकिस्तान के एक और हमले की कोशिश की गई. हालांकि, इसे भी भारतीय सेना ने विफल कर दिया.
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, श्रीनगर हवाई अड्डे को हाई अलर्ट पर रखा गया और डिफेंस सिस्टम तैयार की गई, जबकि शहर में ब्लैकआउट हुआ.
पंजाब-राजस्थान के कई शहरों में ब्लैकआउट, हवाई हमले के सायरन बजे- रिपोर्ट
पंजाब और राजस्थान के कई कस्बों और शहरों में ब्लैकआउट देखने को मिला और सायरन सुने गए. अमृतसर के जिला जनसंपर्क अधिकारी (डीपीआरओ) ने शुक्रवार सुबह सभी नागरिकों से घर के अंदर रहने, खिड़कियों से दूर रहने और लाइट बंद रखने और पर्दे बंद रखने की अपील की.
समाचार एजेंसी एएनआई ने अमृतसर डीपीआरओ के हवाले से कहा, "घबराने की आवश्यकता नहीं है, अभी सायरन बजेगा और जब स्थिति साफ होगी तो हम फिर संदेश देंगे. हमारी सशस्त्र सेनाएं अपना काम कर रही हैं, और हमें घर के अंदर रहकर उनका समर्थन करना है. घबराने की कोई जरूरत नहीं है."
बीती रात फिरोजपुर, तरनतारन, जालंधर, होशियारपुर, गुरदासपुर और चंडीगढ़ से बड़े पैमाने पर ब्लैकआउट की खबरें आईं. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय सशस्त्र बलों ने पंजाब के होशियारपुर, जालंधर और भटिंडा जिलों में हवा में ड्रोन को मार गिराया.
वहीं राजस्थान सीमा पर उत्पन्न तनावपूर्ण स्थिति को लेकर राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने मध्य रात्रि में एक आपातकालीन बैठक बुलाई.
इस बीच, बाड़मेर में पुलिस ने नागरिकों से शादी समारोहों के दौरान घरों, प्रतिष्ठानों और कार्यक्रम स्थलों पर रात में लाइटिंग, ड्रोन का इस्तेमाल न करने को कहा है. द इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, गुजरात के कच्छ जिले के अधिकांश हिस्सों में ब्लैकआउट लागू किया गया है.
भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण संबंधों के बीच, केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सीडीएस जनरल अनिल चौहान, सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी और वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह के साथ नई दिल्ली में बैठक की.
22 अप्रैल के पहलगाम हमले के बाद भारत द्वारा 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान में आतंकवादी प्रतिष्ठानों पर सटीक हमले किए जाने के बाद से स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है.