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जोहरन मामदानी से जोड़कर वायरल प्रदर्शन का ये वीडियो असली नहीं

यह वीडियो असली नहीं बल्कि इसे AI की मदद से बनाया गया है.

फैजान अहमद
वेबकूफ
Published:
<div class="paragraphs"><p>जोहरन मामदानी से जोड़कर वायरल प्रदर्शन की यह वीडियो, असली नहीं AI है</p></div>
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जोहरन मामदानी से जोड़कर वायरल प्रदर्शन की यह वीडियो, असली नहीं AI है

(Altered By The Quint)

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जोहरान मामदानी हाल में अमेरिका के न्यूयॉर्क में मेयर का चुनाव जीत गए हैं. इसी बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक शख्स भाषण देता दिख रहा है.

क्या कहता है यह शख्स ? वायरल वीडियो में नजर आ रहा शख्स कहता दिख रहा है कि, 'हमें अंग्रेजी की जरुरत नहीं है, हम मिडिल ईस्ट से आए हुए लोग अरबी को न्यूयॉर्क की आधिकारिक भाषा बना देंगे.'

वीडियो को जोहरान मामदानी के चुनाव जीतने के बाद हुए प्रदर्शन का बताकर शेयर किया जा रहा है.

इस पोस्ट का अर्काइव यहां देखें

(सोर्स - स्क्रीनशॉट/फेसबुक)

( ऐसे ही दावे करने वाले अन्य पोस्ट के अर्काइव आप यहां और यहां देख सकते हैं. )

क्या यह दावा सही है ? नहीं, यह दावा सही नहीं है. यह वीडियो असली नहीं बल्कि इसे AI की मदद से बनाया गया है.

हमने सच का पता कैसे लगाया ? : वायरल वीडियो पर गूगल लेंस की मदद से इमेज सर्च करने पर हमें ऐसी कोई विश्वसनीय पोस्ट या रिपोर्ट नहीं मिली जिसमें ऐसा किसी प्रदर्शन होने की पुष्टि की गई हो.

  • हमें वीडियो में नजर आ रहे कुछ लोगों के चेहरे और हाव-भाव पर शक हुआ जिसमें कुछ गड़बड़ लग रही थी. ऐसा अक्सर AI से बने वीडियो में होता है.

  • यहां से अंदाजा लगाकर हमने विजुअल्स को DAU (Deep Analysis Unit) पर अपलोड कर चेक किया.

WasitAI ने इस वीडियो के AI से बने होने की संभावना जताई.

(सोर्स - स्क्रीनशॉट)

WasitAI और IsitAI टूल को पूरे वीडियो में अलग-अलग जगह के कई फ्रेम के AI से बने होने के सबूत मिले.

IsitAI ने भी वीडियो के अलग-अलग हिस्सों के AI से बने होने की संभावना जताई

(सोर्स - स्क्रीनशॉट)

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एक अन्य टूल HiveModeration ने भी इस वीडियो में Deepfake का इस्तेमाल कर बनाए गए लोगों की भी पहचान कर ली जिससे यह साफ हुआ कि वीडियो में AI की पूरी मदद ली गई है.

वीडियो में डीपफेक एलिमेंट्स की पेहचान की गई. 

(सोर्स - स्क्रीनशॉट/Hive)

  • वायरल वीडियो को ध्यान से देखने पर आप देख सकते हैं कि बैकग्राउंड में एक तख्ती पकड़े हुए दो हाथ (फ्रेम के दाईं ओर) पूरे वीडियो में गड़बड़ होते रहते हैं.

  • माइक थामे व्यक्ति के दांत एक हल्के सफेद रंग के धब्बे में बदल जाते हैं.

  • और इस वायरल वीडियो में फिलिस्तीनी झंडे का आकार गलत होता है.

वायरल वीडियो में इन कमियों को देखा जा सकता है. 

(सोर्स - स्क्रीनशॉट/वीडियो)

निष्कर्ष: जोहरान मामदानी के चुनाव जीतने के बाद अरबी को न्यूयोर्क की आधिकारिक भाषा बनाने की मांग के लिए प्रदर्शन का यह वीडियो असली नहीं AI से बना है.

(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर  9540511818 या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं.)

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