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बिहार विधानसभा चुनाव के बीच NDTV का एक कथित ग्राफिक सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का एक कथित बयान है.
किस बारे में थे ये बयान?: ग्राफिक में यह लिखा है, "सोशल मीडिया पर जो भी कार्यकर्ता हैं किसी भी पार्टी के हो "वो हमारे 5 किलों राशन से ही "पल रहे हैं!!"
सच क्या है?: वायरल ग्राफिक फर्जी है. हमें इस दावे का समर्थन करने वाला कोई सबूत नहीं मिला कि अमित शाह ने NDTV पावरप्ले कॉन्क्लेव के दौरान ऐसा कोई बयान दिया है.
हमने सच का पता कैसे लगाया ?: हमने गूगल लेंस की मदद से रिवर्स इमेज सर्च किया और हमें NDTV के आधिकारिक हैंडल पर अपलोड किया हुआ यह ग्राफिक मिला.
इसे 1 नवंबर को अपलोड किया गया था.
यह ग्राफिक वायरल तस्वीर से मेल खा रहा था. हालांकि सभी ग्राफिक एक ही थ्रेड में अपलोड किए गए थे, लेकिन उनमें से किसी में भी अमित शाह को ऐसा कोई बयान देते हुए नहीं दिखाया गया था.
ग्राफिक्स की तुलना: वेबकूफ टीम ने वायरल ग्राफिक की तुलना NDTV द्वारा शेयर किए गए मूल ग्राफिक से की और यह पाया कि पहले वाले ग्राफिक को एडिट किया गया है. वायरल ग्राफिक में हमें साफ तौर पर सफेद पट्टी और टेक्स्ट के फॉन्ट में गलतियां नजर आ रहीं थीं.
तुलना करने पर समानताएं साफ दिखाई देती हैं.
(सोर्स : NDTV स्क्रीनशॉट/Altered By The Quint )
NDTV ने दावे का खंडन किया: NDTV ने हाल ही में एक लेख में स्पष्ट किया कि अमित शाह के नाम से वायरल हो रहा बयान "फर्जी" है. NDTV ने आगे कहा, "NDTV इस बात पर जोर देना चाहता है कि गृह मंत्री ने यह बयान शिखर सम्मेलन में नहीं दिया था."
यह आर्टिकल 3 नवम्बर को पब्लिश किया गया था.
यह लेख 3 नवंबर को प्रकाशित हुआ था.
(सोर्स: एनडीटीवी/स्क्रीनशॉट)
निष्कर्ष: यह साफ है कि अमित शाह का कथित तौर पर कार्यकर्ता और 05 किलो राशन को लेकर दिए गए बयान का ग्राफिक फर्जी है.
(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर 9540511818 या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं.)