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बिहार में चल रहे एस.आई.आर. (Special Intensive Revision) अभियान के तहत 24 जून 2025 से 9 जुलाई 2025 तक 15 दिनों में 57.48 प्रतिशत इन्यूमरेशन फॉर्म भरे जा चुके हैं. चुनाव आयोग के मुताबिक, इस काम में करीब 1.5 लाख से अधिक बूथ लेवल एजेंट (BLA) का सहयोग है. 2 जुलाई तक के आंकड़े देखें तो सबसे ज्यादा बीएलए बीजेपी के करीब 52 हजार हैं. वोटर रिवीजन से पहले और बाद में तुलना की जाए तो बीजेपी के बीएलए में 1 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. अब बताते हैं कि अन्य पार्टियों के बीएलए में कितने प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई?
बिहार में कांग्रेस के बूथ लेवल एजेंट की संख्या में 92% की बढ़ोतरी हुई. 23 जून 2025 तक बिहार में कांग्रेस के बीएलए 8586 थे. लेकिन 24 जून से वोटर रिवीजन की शुरुआत हुई और 2 जुलाई तक कांग्रेस के बीएलए की संख्या बढ़कर 16,500 हो गई.
चुनाव आयोग में जो लिस्ट जारी की है उसमें प्रशांत किशोर की प्रार्टी जन सुराज के एक भी बीएलए का जिक्र नहीं है. सबसे कम बीएलए की बात करें तो आम आदमी पार्टी का पूरे बिहार में सिर्फ एक और नेशनल पीपुल्स पार्टी का सिर्फ 3 बीएलए है.
बिहार में पार्टियों के बूथ लेवल एजेंट्स की पूरी संख्या
चुनाव आयोग
स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन के लिए पूरे बिहार में कुल 77,895 बीएलओ (Booth Level Officers) के साथ-साथ अतिरिक्त 20,630 BLOs भी नियुक्त किए गए हैं. ये सभी अधिकारी फॉर्म भरने, मतदाता सत्यापन, तथा डिजिटल इंट्री जैसे कामों को करते हैं.
इसके अलावा 38 जिलों के डीईओ (District Election Officers), 243 विधानसभा क्षेत्रों (ACs) के ईआरओ (Electoral Registration Officers) और 963 एईआरओ (Assistant Electoral Registration Officers) SIR प्रक्रिया में लगे हैं. इसके अलावा पूरे बिहार में लगभग 4 लाख वॉलंटियर्स भी हैं.
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