क्या आप पहली बार वोट डालने जा रहीं है? कौन सा मुद्दा है जो आपके लिए सबसे ज्यादा मायने रखता है? उस मुद्दे पर इंक गिराएं या वो मुद्दा जोड़ें जिससे हम चूक गए हों. आप लाने जा रही हैं बदलाव, तो इंक गिराएं और हमें बताएं!
Drop the Ink पेज पर आप जिन मुद्दों को देख रहे हैं वो उन युवा महिलाओं की राय दिखाते हैं, जिन्होंने द क्विंट के 'मी, द चेंज' कैंपेन में हिस्सा लिया है. साथ ही इनमें ऐसे मुद्दे भी शामिल हैं जो सेंटर फॉर द स्टडी ऑफ डेवलपिंग सोसाइटीज(CSDS) के साथ मिलकर किए गए 'मी, द चेंज' सर्वे से निकलकर आए हैं.
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मिलिए इन कामयाब महिलाओं से
21 साल की अंशु की उम्र उस समय 15 साल थी. वो बेखबर अपने घर के बाहर सो रही थीं और उसी वक्त एक पड़ोसी ने उन पर तेजाब फेंक दिया. इस हादसे के बाद उनकी जिंदगी ने बुरी करवट ली. लेकिन आज वो दूसरों की जिंदगी बेहतर बनाने में जुटी हैं. और पढ़ें
क्या आप पहली बार वोट डालने जा रहीं किसी ऐसी महिला को जानते हैं
जो ला रही हैं समाज में बदलाव
"जब हमें फायदा ही नहीं मिला तो हम स्कीम के बारे में कैसे बात कर सकते हैं? सरकार दावे कर सकती है लेकिन उन्हें पूरा करना ज्यादा अहम है."
"सबसे बड़ी परेशानी जेंडर के आधार पर किया जाने वाला भेदभाव है. उदाहरण के लिए, अगर कोई लड़का देर तक बाहर रहता है, तो उसके माता-पिता के लिए ये सामान्य सी बात है लेकिन जब एक बेटी ऐसा करे, तो वे उसे 10 बार कॉल करेंगे. ऐसा क्यों होता है? हमें बराबर मौका दिया जाना चाहिए."