घटना और गिरफ्तारी
डाकघर विहीन देश
जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी की एक ठिठुरती रात. अफजल गुरु की फांसी को अदालती कत्ल करार देकर छात्र-छात्राओं का एक दल विरोध कार्यक्रम का आयोजन कर रहा था. युवाओं के इस जमावड़े में लोग कविता, संगीत और कला के कुछ दूसरे माध्यमों के जरिये अपनी बात कह रहे थे.
लेकिन भारतीय जनता पार्टी के छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने आरोप लगाया कि कार्यक्रम में ‘भारत विरोधी’ नारे लगाए गए.
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े छात्र-छात्राओं ने कार्यक्रम के आयोजकों को यूनिवर्सिटी से बर्खास्त करने की मांग की. आयोजकों के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज हो गया. चार दिन बाद जेएनयू स्टूडेंट्स यूनियन के अध्यक्ष कन्हैया कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया.
पांच अन्य छात्रों के खिलाफ भी मामला दर्ज हो गया. ये थे- उमर खालिद, अनिर्बाण भट्टाचार्य, रामा नागा, आशुतोष कुमार और अनंत प्रकाश नारायणन. गिरफ्तारी से बचने के लिए ये सभी छिप गए.