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Umesh Pal के अंतिम संस्कार का नहीं माथे पर राख लगाते योगी आदित्यनाथ का वीडियो

माथे पर राख मलते योगी आदित्यनाथ का वायरल वीडियो उमेश पाल की हत्या से 1 साल पहले का है

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सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है, जिसमें उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) अपने माथे पर राख मलते दिख रहे हैं.

दावा : वीडियो को सोशल मीडिया पर उत्तरप्रदेश के चर्चित उमेश पाल हत्याकांड (Umesh Pal Murder) से जोड़कर शेयर किया जा रहा है. दावा किया जा रहा है कि यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने उमेश पाल के अंतिम संस्कार के बाद चिता की राख अपने माथे पर लगाई.

टाइम्स ग्रुप के पत्रकार समीर दीक्षित समेत कई यूजर्स ने वीडियो इसी दावे से शेयर किया अर्काइव यहां, यहां और यहां देखें.

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क्या ये सच है ? : वीडियो मार्च 2022 से इंटरनेट पर है, जबकि उमेश पाल की हत्या 24 फरवरी 2023 को हुई. जाहिर है वीडियो का इस हत्या या उमेश पाल के अंतिम संस्कार से कोई संबंध नहीं.

हमने ये सच कैसे पता लगाया ? : वायरल वीडियो को की-फ्रेम्स में बांटकर गूगल पर रिवर्स सर्च करने से हमें 2022 के ट्वीट में यही वीडियो मिला. डॉ. प्राची साध्वी ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा था कि ये होलिका की राख ठंडी होने के बाद उसे माथे पर लगाने की परंपरा से जुड़ा है.

साध्वी प्राची के ट्वीट से अंदाजा लेकर हमने 2022 की होलिका दहन और योगी आदित्यनाथ से जुड़ा वीडियो सर्च करना शुरू किया.

ईटीवी भारत पर 16 मार्च, 2020 को छपी एक रिपोर्ट हमें मिली, जिसमें अपने माथे पर भस्म लगाते योगी आदित्यनाथ की फोटो है. साथ ही रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि गोरक्षनाथ मंदिर की परंपरा के मुताबिक होलिका दहन की राख से पहले होली खेली जाती है

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होलिका दहन की राख लगाते योगी की पुरानी तस्वीरें : लाइव हिंदुस्तान की 10 मार्च 2020 की रिपोर्ट में भी योगी आदित्यनाथ की फोटो है, जिसमें वो होलिका दहन की राख माथे पर लगाते दिख रहे हैं.

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उमेश पाल के अंतिम संस्कार में सीएम योगी शामिल हुए थे? : ऐसी कोई रिपोर्ट हमें किसी विश्वसनीय मीडिया प्लेटफॉर्म पर नहीं मिली, जिससे पुष्टि होती हो कि योगी आदित्यनाथ उमेश पाल के अंतिम संस्कार में शामिल हुए थे. अंतिम संस्कार के वीडियो भी मीडिया में आए थे पर कहीं भी सीएम योगी ना तो नजर आ रहे हैं न ही रिपोर्ट में योगी के शामिल होने का उल्लेख है.

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उमेश पाल हत्याकांड : उमेश पाल पूर्व  BSP विधायक राजू पाल की हत्या के मामले में मुख्य गवाह थे. हत्या के दिन उमेश गवाही देकर ही लौट रहे थे. 24 फरवरी को प्रयागराज के धूमनगंज में उमेश पाल और उनकी सुरक्षा में तैनात पुलिस जवान संदीप निषाद की सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी गई.

हत्या के आरोपी 24 वर्षीय अरबाज को यूपी पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया था. उत्तर प्रदेश पुलिस के स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप और जिला पुलिस ने 27 फरवरी को प्रयागराज के नेहरू पार्क में एनकाउंटर के दौरान आरोपी अरबाज को गोली मार दी थी. 6 मार्च की सुबह एक आरोपी विजय की भी पुलिस मुठभेड़ में मौत हो गई.

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पड़ताल का निष्कर्ष : उमेश पाल के अंतिम संस्कार का बताकर वायरल हो रहा वीडियो हत्या से 1 साल पहले का है. योगी आदित्यनाथ के ऐसे कई विजुअल पहले भी सामने आए हैं, जिनमें वो होलिका दहन के दौरान अपने माथ पर राख लगाते हैं. दरअसल ये उसी गोरखनाथ मंदिर (वर्तमान में गोरक्षनाथ) की परंपरा है, जिससे योगी आदित्यनाथ का पुराना ताल्लुक है.

(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर 9643651818 या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं)

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