आजादी का मतलब है अपने देश में बिना डरे रहने, किसी भी मुद्दे पर अपनी बात लिखने और बोलने का अधिकार. मुझे लगता है कि मैं आजाद तब हूं, जब मैं अपने विचारों को खुलकर रख सकूं, उसके बारे में बोल सकूं, चाहे वो किसी भी सियासी व्यक्ति या अधिकारी से जुड़ा हुआ ही क्यों न हो.
मैं एक आजाद देश में खुद को आजाद तब मानूंगी, जब मुझे बार-बार अपनी देशभक्ति का सबूत न देना पड़े, वो भी सिर्फ इसलिए, क्योंकि मेरी दाढ़ी है या मैं नकाब पहनती हूं.
जब मुझे सड़क पर चलते हुए इस बात का डर न लगे कि कहीं मुझे कोई मार न दे, क्योंकि मैं एक खास समुदाय से जुड़ी हुई हूं. तब मैं कह सकती हूं कि मैं आजाद हूं.
साथ ही मुझे कुछ लोगों की भीड़ एकजुट होकर मार न दे, क्योंकि वो आजाद हैं कि वो कुछ भी कर सकते हैं! ये तो आजादी नहीं, हमारे देश की आजादी की खुलेआम हत्या की तरह है.
Nagma Shah’s ‘Bol’
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