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कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की एक शख्स के साथ फोटो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही है.
क्या है दावा ? : यूजर्स का दावा है कि जज ने राहुल गांधी को जमानत देने से पहले उनके साथ सेल्फी ली.
क्या ये दावा सच है ? : नहीं, ये दावा झूठा है.
जिस फोटो को शेयर किया जा रहा है, उसमें राहुल गांधी के साथ वकील सैय्यद महमूद हसन हैं.
हमने कैसे पता लगाया ? : हमने मामले से जुड़े शब्दों को गूगल पर सर्च किया, जिससे हमें X पर कांग्रेस कार्य समिति की सदस्य सुप्रिया श्रीनेत का एक पोस्ट मिला.
इस पोस्ट में बीजेपी आईटी सेल के राष्ट्रीय संयोजक अमित मालवीय के एक पोस्ट का स्क्रीनशॉट था. इस पोस्ट में मालवीय ने वही गलत दावा किया था. बाद में उन्होंने इस पोस्ट को डिलीट कर दिया.
द न्यू इंडियन एक्सप्रेस और डेक्कन हेराल्ड पर केस को लेकर न्यूज रिपोर्ट्स पढ़ने के बाद, हमने पाया कि राहुल गांधी के मामले की सुनवाई कर रहे जज अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट आलोक वर्मा थे.
न्यूज रिपोर्ट्स में बताया गया है कि राहुल गांधी लखनऊ में MP/MLA स्पेशल मजिस्ट्रेट कोर्ट के सामने 15 जुलाई को पेश हुए.
ये मामला 2022 में उनकी भारत जोड़ो यात्रा के दौरान भारतीय सेना को लेकर दिए गए एक बयान को लेकर था.
हमें इलाहाबाद हाईकोर्ट की आधिकारिक वेबसाइट पर जज आलोक वर्मा की फोटो भी मिली. इससे साफ होता है कि वायरल पोस्ट में दिख रहे शख्स जज वर्मा नहीं थे.
जज की तस्वीर वायरल फोटो में दिख रहे शख्स से मेल नहीं खाती
हमने वायरल पोस्ट पर गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया, जिससे साफ हुआ कि फोटो में दिख रहे शख्स वकील सैय्यद महमूद हसन हैं.
हमें उनका फेसबुक प्रोफाइल भी मिला. इस दावे पर उनका बयान जानने के लिए हमने वकील सैय्यद महमूद हसन से संपर्क किया. उनका जवाब आने पर इस खबर को अपडेट किया जाएगा.
निष्कर्ष: वायरल फोटो में राहुल गांधी को जमानत देने वाले जज नहीं हैं.
(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर 9540511818 या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं.)