Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Hindi Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Webqoof Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019पीएम मोदी ने की अडानी के खिलाफ केस वापस लेने की मांग? नहीं, ये ग्राफिक फेक है

पीएम मोदी ने की अडानी के खिलाफ केस वापस लेने की मांग? नहीं, ये ग्राफिक फेक है

बोलता हिंदुस्तान ने साफ किया है कि उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैंडल्स पर ऐसा कोई ग्राफिक पब्लिश नहीं किया है.

अभिषेक आनंद
वेबकूफ
Updated:
<div class="paragraphs"><p>भारत - पाक के बीच हुए हालिया टकराव के बाद से वायरल है ये ग्राफिक</p></div>
i

भारत - पाक के बीच हुए हालिया टकराव के बाद से वायरल है ये ग्राफिक

(फोटो : Altered by The Quint)

advertisement

डिजिटल न्यूज प्लेटफॉर्म बोलता हिंदुस्तान के बताए जा रहे एक ग्राफिक को इस दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि पीएम नरेंद्र मोदी ने भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर के बदले में बिजनेसमैन गौतम अडानी के खिलाफ मामले वापस लेने की मांग की थी.

ग्राफिक में क्या है ? :
इसमें अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हवाले से कहा गया है, "युद्ध विराम के बदले में अडानी के खिलाफ सभी मामले और गिरफ्तारी वारंट वापस लेने की मांग की गई थी."

पोस्ट का अर्काइव यहां देखें 

सोर्स : फेसबुक/स्क्रीनशॉट

(इसी तरह के दूसरे दावों के आर्काइव्स को यहांयहां और यहां देखा जा सकता है.)

सच क्या है ? : वायरल ग्राफिक के साथ छेड़छाड़ की गई है. ऐसा कोई सबूत नहीं है जो इस दावे को साबित कर सके कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने ऐसा बयान दिया है.

हमने ये सच कैसे पता लगाया?: हमने बोलता हिंदुस्तान का आधिकारिक फेसबुक पेज चेक किया, जहां हमें 12 मई को अपलोड हुआ ऐसा ही एक ग्राफिक मिला.

इसके कैप्शन में लिखा था, "मैंने भारत-पाकिस्तान को धमकाकर कहा अगर तुम जंग नहीं रोकोगे तो व्यापार बंद कर दूंगा : अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप"

विजुअल्स की तुलना: हमने वायरल ग्राफिक की तुलना बोलता हिंदुस्तान के ग्राफिक से की और पाया कि वायरल ग्राफिक के साथ छेड़छाड़ की गई है.

देखा जा सकता है कि कैसे असली ग्राफिक से छेड़छाड़ की गई है

फोटो : Altered by The Quint

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

बोलता हिंदुस्तान ने क्या कहा ? : मीडिया प्लेटफॉर्म ने 14 मई को सफाई जारी कर कहा कि वायरल ग्राफिक फेक है.

स्पष्टीकरण में कहा गया है, "हम बड़ी जिम्मेदारी के साथ बोलता हिंदुस्तान के सभी रीडर्स को बताना चाहते हैं कि इस फेक पोस्टर से हमारा कोई संबंध नहीं है. बोलता हिंदुस्तान ने ऐसा कोई भी कोट कार्ड किसी भी प्लेटफॉर्म पर शेयर नहीं किया है."

ये आर्टिकल 14 मई को पब्लिश हुआ था

सोर्स : स्क्रीनशॉट/Bolta Hindustan

निष्कर्ष: इससे साफ होता है कि वायरल ग्राफिक फेक है और इसे गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है.

(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर  9540511818 या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं.)

Published: 11 Jun 2025,05:01 AM IST

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT